जयपुर: विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के अलवर के मंदिर में दर्शनों के बाद भाजपा के पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा के मंदिर में गंगाजल छिड़कने का मामला अब राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन गया. गुजरात के अहमदाबाद में चल रहे कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में भी इस मामले की गूंज सुनाई दी.
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को राष्ट्रीय अधिवेशन में इस मामले को उठाया व शर्मनाक बताया. खड़गे ने कहा कि जब एक बड़े पॉलीटिशियंस के साथ ऐसा बर्ताव हो सकता है तो फिर आम दलितों के साथ क्या व्यवहार होता होगा. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि राजस्थान के हमारे नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली रामनवमी पर एक मंदिर में दर्शन करने गए. बाहर आए तो भाजपा नेता उस मंदिर को गंगाजल से धोते हैं, क्या यह शर्म की बात नहीं है?
खड़गे ने कहा कि दलित और पिछड़े भी हिंदू हैं. सब इंसान हैं. क्या हम हिंदू धर्म के अंग नहीं हैं? अगर हम मंदिर में दर्शन करने जाते हैं तो आप लोग उसे गंगाजल से धोते हैं, यह शर्म की बात है. हमें मंदिर में जाने नहीं दिया जाता है.मंदिर में दर्शन करने नहीं देते हैं, यह बहुत निंदनीय है. खड़गे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सबसे पहले इस छुआछूत और भेदभाव को खत्म करना चाहिए. अमित शाह के पास गृह मंत्रालय है उन्हें भी इन अत्याचारों को बंद कर करवाना चाहिए.