रांचीः 2 जून 2014 को देश का 29वां राज्य बना तेलंगाना अपना 11वां स्थापना दिवस मना रहा है. इस मौके पर ना केवल तेलंगाना में कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं बल्कि झारखंड में भी कार्यक्रम आयोजित किया गया.
इस अवसर पर राजभवन में तेलंगाना राज्य स्थापना दिवस समारोह मनाया गया. राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने तेलंगाना राज्य के सभी नागरिकों एवं झारखंड में रह रहे तेलंगाना मूल के लोगों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामना दी.
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि तेलंगाना राज्य का गठन भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय है, जो एक लंबे जन आंदोलन और क्षेत्रीय आकांक्षाओं का प्रतीक रहा है. राज्यपाल ने कहा कि भारत विविधताओं से भरा देश है और 'विविधता में एकता' की भावना सबसे बड़ी शक्ति है.
इसी भावना को सशक्त करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ जैसी दूरदर्शी पहल प्रारंभ की गई, जो राज्यों के बीच आपसी समझ, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और राष्ट्रीय एकता को सुदृढ़ करती है.
झारखंड में रहनेवाले तेलंगाना निवासी दे रहे बहुमूल्य योगदान
तेलंगाना राज्य स्थापना दिवस पर राज्यपाल ने संबोधित करते हुए कहा कि तेलंगाना ने कृषि, उद्योग, शिक्षा और प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ प्राप्त की हैं.उन्होंने बथुकम्मा, बोनालू जैसे लोक पर्वों और चारमीनार, रामप्पा मंदिर जैसी धरोहरों का उल्लेख करते हुए तेलंगाना की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का उल्लेख किया.
झारखंड में रहने वाले अनेक तेलंगाना निवासी यहां के विकास में विविध क्षेत्रों में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं, जो भारत की साझी संस्कृति और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक है. उन्होंने सभी नागरिकों से आह्वान किया कि वे कर्तव्यनिष्ठा, समर्पण और सेवा-भाव से कार्य करें ताकि न केवल राज्य, बल्कि राष्ट्र की उन्नति में भी योगदान दे सकें.
इस अवसर पर स्वागत भाषण करते हुए अपर सचिव, राज्यपाल सचिवालय एके सत्यजीत ने कहा कि राज भवन में ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के तहत सभी राज्यों का स्थापना दिवस मनाया जाता है. इसके जरिए सभी को एक-दूसरे की संस्कृति समझने का अवसर प्राप्त होता है.
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