ETV Bharat / state

एमपी की झोली में गिरा 20,000 करोड़ का निवेश, लाइन लगा बटेंगी 75000 नौकरियां - TECH GROWTH CONCLAVE 2025

इंदौर में "मध्य प्रदेश टेक ग्रोथ कॉन्क्लेव 2025'' का आयोजन. प्रदेश को मिले 20,000 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव. 75000 नौकरियां होंगी पैदा.

TECH GROWTH CONCLAVE 2025
मध्य प्रदेश को 20,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले (X Image@ Dr Mohan Yadav)
author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : April 28, 2025 at 10:49 AM IST

Updated : April 28, 2025 at 10:57 AM IST

6 Min Read

इंदौर: मध्य प्रदेश सरकार को प्रौद्योगिकी क्षेत्र में लगभग 20,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं, जिससे राज्य में 75,000 नौकरियां पैदा होने की संभावना है. मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव रविवार को इंदौर में "मध्य प्रदेश टेक ग्रोथ कॉन्क्लेव 2025'' में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि ''हमें इस सम्मेलन में लगभग 20,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं. इन प्रस्तावों के क्रियान्वयन से लगभग 75,000 नौकरियां पैदा होंगी.''

500 से अधिक कंपनियों ने लिया कार्यक्रम में भाग
मोह यादव ने कहा कि, ''प्रौद्योगिकी क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने के लिए आयोजित इस कार्यक्रम में 500 से अधिक कंपनियों ने भाग लिया. इस सम्मेलन के दौरान निवेशकों को एकीकृत सुविधाएं प्रदान करने के लिए एक प्रोत्साहन पोर्टल पेश किया गया. इसके अलावा, राज्य की वैश्विक क्षमता केंद्र नीति, सेमीकंडक्टर नीति, एनीमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग, कॉमिक्स, विस्तारित वास्तविकता नीति और ड्रोन नीति के लिए भी दिशा-निर्देश जारी किए गए.''

6 शहरों में बन रहा आईटी पार्क
मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने घोषणा की कि, ''राज्य सरकार अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी उपक्रमों को बढ़ावा देने के लिए अपनी स्वयं की अंतरिक्ष-तकनीक नीति तैयार करेगी. विभिन्न कंपनियों से राज्य को मिले निवेश प्रस्तावों के आधार पर 6 प्रमुख शहरों में आईटी पार्क विकसित करने का काम शुरू हो चुका है.'' मुख्यमंत्री ने कहा कि, ''आईटी पार्क इंदौर के परदेशीपुरा क्षेत्र में सार्वजनिक-निजी भागीदारी के आधार पर लगभग 250 करोड़ रुपये के निवेश से 3 एकड़ के भूखंड पर विकसित किया जाएगा.''

Tech एजुकेशन और स्किल डेवलपमेंट के नये केंद्र खुलेंगे
CM ने कहा, ''लोकमाता देवी अहिल्या बाई की पावन नगरी में आयोजित IT सेक्टर का यह महाकुम्भ रोजगार के नये अवसरों के सृजन का माध्यम बनेगा. साथ ही स्टार्टअप एवं नवाचारों को प्रोत्साहन देगा. डिजिटल इंफास्ट्रक्चर के विकास में तेजी लाएगा, ग्लोबल इंवेस्टमेंट को आकर्षित करेगा और मध्यप्रदेश को वैश्विक निवेश के गंतव्य के रूप में प्रस्तुत करेगा.'' सीएम ने कहा, ''IT सेक्टर की ग्रोथ से प्रदेश में Tech एजुकेशन और स्किल डेवलपमेंट के नये केंद्र खुलेंगे. हम प्रदेश के युवाओं को विश्वस्तरीय आईटी एजुकेशन एवं डिजिटल स्किल देकर उन्हें रोजगारोन्मुखी बनाने हेतु संकल्पित हैं.''

इससे पहले, सम्मेलन को संबोधित करते हुए सीएम मोहन यादव ने कहा कि, ''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हर क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन हुए हैं, जिससे देश आगे बढ़ रहा है. अब भारत के पारंपरिक दुश्मन पाकिस्तान के लोग भी कह रहे हैं कि अगर मोदी उनके पीएम होते, तो वे इतनी मुश्किलों में नहीं पड़ते." पिछली कांग्रेस सरकारों पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा, "1947 में भारत की आजादी के बाद, प्रशासन चलाने के लिए जिम्मेदार लोगों ने देश की क्षमता, योग्यता और उद्यमशीलता का सही इस्तेमाल नहीं किया. इससे देश को नुकसान हुआ है.''

उद्योगों की स्थापना मंदिर निर्माण के समान
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि, ''उद्योगों की स्थापना मंदिर निर्माण के समान है. उद्योग ऐसे मंदिर हैं जो ईश्वरीय आशीर्वाद की तरह श्रम की शक्ति से लाखों लोगों को आजीविका और समृद्धि प्रदान करते हैं. आज के तकनीकी युग में छोटे-छोटे देश भी उल्लेखनीय प्रगति कर रहे हैं और युद्धों के कारण पीछे छूट गए देश उद्यमिता के माध्यम से आगे बढ़ रहे हैं.'' डॉ. यादव ने कहा कि, ''प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हम एक बदलते भारत को देख रहे हैं, जो विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से विकास कर रहा है. इंदौर ने औद्योगिक विकास में एक मील का पत्थर स्थापित किया है और आईटी क्षेत्र की राजधानी बन गया है. अतुल पंचशील जैसे उद्यमी इंदौर में असाधारण कार्य कर रहे हैं.''

मुख्यमंत्री ने बताया कि, ''मध्य प्रदेश के पांच प्रमुख शहरों में औद्योगिक पार्क विकसित किए जा रहे हैं. कोरिया जैसे देश, जिनके साथ भारत के गहरे सांस्कृतिक संबंध हैं, भी राज्य में निवेश करने में गहरी रुचि दिखा रहे हैं.'' आज के सम्मेलन में कोरिया और जापान के प्रतिनिधि मौजूद थे. डॉ. यादव ने घोषणा की कि इस सम्मेलन के माध्यम से लगभग 20,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिनसे लगभग 75,000 रोजगार सृजित होने की उम्मीद है.

सम्मेलन में प्रमुख घोषणाएं

बैरसिया (भोपाल): विश्व स्तरीय बुनियादी ढाँचा प्रदान करने वाला एक मोबाइल और सेमीकंडक्टर डिवाइस पार्क विकसित किया जाएगा. लगभग 209 एकड़ में फैली एक मेगा परियोजना से बड़े पैमाने पर रोजगार सृजित होंगे. राज्य की नई स्पेस टेक नीति के तहत लगभग 1,500 करोड़ रुपये का निवेश पहले ही आकर्षित किया जा चुका है.
साइबर सुरक्षा उत्कृष्टता केंद्र: साइबर सुरक्षा में एक नए युग की शुरुआत करने के लिए स्थापित किया जाएगा.
एग्रीटेक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस: आईआईटी इंदौर में स्थापित किया जाएगा, जो एआई, क्लाउड कंप्यूटिंग और अन्य तकनीकों के माध्यम से कृषि नवाचार को बढ़ावा देगा.
नए आईटी अवसर: परदेशीपुरा आईटी पार्क से नई संभावनाएं उभरेंगी, जो इंदौर को भारत की नई आईटी राजधानी के रूप में और मजबूत करेगी.
चार नए सुविधा केंद्र: आईटी पार्कों को बढ़ावा देने के लिए इंदौर, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर में स्थापित किए जाएंगे.
आईटी स्टार्टअप सहायता: विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के तहत स्टार्टअप को शामिल किया जाएगा.
भोपाल में आईटी पार्क टॉवर: 125 करोड़ रुपये के निवेश से एक नया टॉवर विकसित किया जाएगा, जिसमें 3 लाख वर्ग फीट पट्टे पर देने योग्य जगह होगी.
प्लग एंड प्ले सुविधा: तकनीकी स्टार्टअप और कंपनियों के लिए उपयोग के लिए तैयार बुनियादी ढांचा प्रदान करने के लिए इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में बनाई जाएगी.

औद्योगिक स्थापना के रिकॉर्ड टूट रहे
डॉ. यादव ने इस बात पर जोर दिया कि, मध्य प्रदेश अब केवल वादों का राज्य नहीं है, बल्कि एक ऐसा राज्य है जो अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करता है और विकास की ओर तेजी से आगे बढ़ता है. उन्होंने "टेक ग्रोथ कॉन्क्लेव-2025" को राज्य की तकनीकी-औद्योगिक यात्रा में एक स्वर्णिम मील का पत्थर बताया, जो मध्य प्रदेश के तकनीकी-औद्योगिक बुनियादी ढांचे के विकास में एक ऐतिहासिक क्षण है. उन्होंने कहा कि, ''तेजी से औद्योगिक स्थापना के रिकॉर्ड टूट गए हैं, अब एक महीने के भीतर उद्योग स्थापित हो रहे हैं. मध्य प्रदेश की कृषि विकास दर तेजी से बढ़ रही है. राज्य की प्रति व्यक्ति आय 11,000 रुपये से बढ़कर 1.52 लाख रुपये हो गई है.'' सीएम ने बताया, 3 मई को एक प्रमुख कृषि मेला आयोजित किया जाना है.

इंदौर: मध्य प्रदेश सरकार को प्रौद्योगिकी क्षेत्र में लगभग 20,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं, जिससे राज्य में 75,000 नौकरियां पैदा होने की संभावना है. मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव रविवार को इंदौर में "मध्य प्रदेश टेक ग्रोथ कॉन्क्लेव 2025'' में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि ''हमें इस सम्मेलन में लगभग 20,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं. इन प्रस्तावों के क्रियान्वयन से लगभग 75,000 नौकरियां पैदा होंगी.''

500 से अधिक कंपनियों ने लिया कार्यक्रम में भाग
मोह यादव ने कहा कि, ''प्रौद्योगिकी क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने के लिए आयोजित इस कार्यक्रम में 500 से अधिक कंपनियों ने भाग लिया. इस सम्मेलन के दौरान निवेशकों को एकीकृत सुविधाएं प्रदान करने के लिए एक प्रोत्साहन पोर्टल पेश किया गया. इसके अलावा, राज्य की वैश्विक क्षमता केंद्र नीति, सेमीकंडक्टर नीति, एनीमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग, कॉमिक्स, विस्तारित वास्तविकता नीति और ड्रोन नीति के लिए भी दिशा-निर्देश जारी किए गए.''

6 शहरों में बन रहा आईटी पार्क
मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने घोषणा की कि, ''राज्य सरकार अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी उपक्रमों को बढ़ावा देने के लिए अपनी स्वयं की अंतरिक्ष-तकनीक नीति तैयार करेगी. विभिन्न कंपनियों से राज्य को मिले निवेश प्रस्तावों के आधार पर 6 प्रमुख शहरों में आईटी पार्क विकसित करने का काम शुरू हो चुका है.'' मुख्यमंत्री ने कहा कि, ''आईटी पार्क इंदौर के परदेशीपुरा क्षेत्र में सार्वजनिक-निजी भागीदारी के आधार पर लगभग 250 करोड़ रुपये के निवेश से 3 एकड़ के भूखंड पर विकसित किया जाएगा.''

Tech एजुकेशन और स्किल डेवलपमेंट के नये केंद्र खुलेंगे
CM ने कहा, ''लोकमाता देवी अहिल्या बाई की पावन नगरी में आयोजित IT सेक्टर का यह महाकुम्भ रोजगार के नये अवसरों के सृजन का माध्यम बनेगा. साथ ही स्टार्टअप एवं नवाचारों को प्रोत्साहन देगा. डिजिटल इंफास्ट्रक्चर के विकास में तेजी लाएगा, ग्लोबल इंवेस्टमेंट को आकर्षित करेगा और मध्यप्रदेश को वैश्विक निवेश के गंतव्य के रूप में प्रस्तुत करेगा.'' सीएम ने कहा, ''IT सेक्टर की ग्रोथ से प्रदेश में Tech एजुकेशन और स्किल डेवलपमेंट के नये केंद्र खुलेंगे. हम प्रदेश के युवाओं को विश्वस्तरीय आईटी एजुकेशन एवं डिजिटल स्किल देकर उन्हें रोजगारोन्मुखी बनाने हेतु संकल्पित हैं.''

इससे पहले, सम्मेलन को संबोधित करते हुए सीएम मोहन यादव ने कहा कि, ''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हर क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन हुए हैं, जिससे देश आगे बढ़ रहा है. अब भारत के पारंपरिक दुश्मन पाकिस्तान के लोग भी कह रहे हैं कि अगर मोदी उनके पीएम होते, तो वे इतनी मुश्किलों में नहीं पड़ते." पिछली कांग्रेस सरकारों पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा, "1947 में भारत की आजादी के बाद, प्रशासन चलाने के लिए जिम्मेदार लोगों ने देश की क्षमता, योग्यता और उद्यमशीलता का सही इस्तेमाल नहीं किया. इससे देश को नुकसान हुआ है.''

उद्योगों की स्थापना मंदिर निर्माण के समान
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि, ''उद्योगों की स्थापना मंदिर निर्माण के समान है. उद्योग ऐसे मंदिर हैं जो ईश्वरीय आशीर्वाद की तरह श्रम की शक्ति से लाखों लोगों को आजीविका और समृद्धि प्रदान करते हैं. आज के तकनीकी युग में छोटे-छोटे देश भी उल्लेखनीय प्रगति कर रहे हैं और युद्धों के कारण पीछे छूट गए देश उद्यमिता के माध्यम से आगे बढ़ रहे हैं.'' डॉ. यादव ने कहा कि, ''प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हम एक बदलते भारत को देख रहे हैं, जो विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से विकास कर रहा है. इंदौर ने औद्योगिक विकास में एक मील का पत्थर स्थापित किया है और आईटी क्षेत्र की राजधानी बन गया है. अतुल पंचशील जैसे उद्यमी इंदौर में असाधारण कार्य कर रहे हैं.''

मुख्यमंत्री ने बताया कि, ''मध्य प्रदेश के पांच प्रमुख शहरों में औद्योगिक पार्क विकसित किए जा रहे हैं. कोरिया जैसे देश, जिनके साथ भारत के गहरे सांस्कृतिक संबंध हैं, भी राज्य में निवेश करने में गहरी रुचि दिखा रहे हैं.'' आज के सम्मेलन में कोरिया और जापान के प्रतिनिधि मौजूद थे. डॉ. यादव ने घोषणा की कि इस सम्मेलन के माध्यम से लगभग 20,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिनसे लगभग 75,000 रोजगार सृजित होने की उम्मीद है.

सम्मेलन में प्रमुख घोषणाएं

बैरसिया (भोपाल): विश्व स्तरीय बुनियादी ढाँचा प्रदान करने वाला एक मोबाइल और सेमीकंडक्टर डिवाइस पार्क विकसित किया जाएगा. लगभग 209 एकड़ में फैली एक मेगा परियोजना से बड़े पैमाने पर रोजगार सृजित होंगे. राज्य की नई स्पेस टेक नीति के तहत लगभग 1,500 करोड़ रुपये का निवेश पहले ही आकर्षित किया जा चुका है.
साइबर सुरक्षा उत्कृष्टता केंद्र: साइबर सुरक्षा में एक नए युग की शुरुआत करने के लिए स्थापित किया जाएगा.
एग्रीटेक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस: आईआईटी इंदौर में स्थापित किया जाएगा, जो एआई, क्लाउड कंप्यूटिंग और अन्य तकनीकों के माध्यम से कृषि नवाचार को बढ़ावा देगा.
नए आईटी अवसर: परदेशीपुरा आईटी पार्क से नई संभावनाएं उभरेंगी, जो इंदौर को भारत की नई आईटी राजधानी के रूप में और मजबूत करेगी.
चार नए सुविधा केंद्र: आईटी पार्कों को बढ़ावा देने के लिए इंदौर, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर में स्थापित किए जाएंगे.
आईटी स्टार्टअप सहायता: विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के तहत स्टार्टअप को शामिल किया जाएगा.
भोपाल में आईटी पार्क टॉवर: 125 करोड़ रुपये के निवेश से एक नया टॉवर विकसित किया जाएगा, जिसमें 3 लाख वर्ग फीट पट्टे पर देने योग्य जगह होगी.
प्लग एंड प्ले सुविधा: तकनीकी स्टार्टअप और कंपनियों के लिए उपयोग के लिए तैयार बुनियादी ढांचा प्रदान करने के लिए इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में बनाई जाएगी.

औद्योगिक स्थापना के रिकॉर्ड टूट रहे
डॉ. यादव ने इस बात पर जोर दिया कि, मध्य प्रदेश अब केवल वादों का राज्य नहीं है, बल्कि एक ऐसा राज्य है जो अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करता है और विकास की ओर तेजी से आगे बढ़ता है. उन्होंने "टेक ग्रोथ कॉन्क्लेव-2025" को राज्य की तकनीकी-औद्योगिक यात्रा में एक स्वर्णिम मील का पत्थर बताया, जो मध्य प्रदेश के तकनीकी-औद्योगिक बुनियादी ढांचे के विकास में एक ऐतिहासिक क्षण है. उन्होंने कहा कि, ''तेजी से औद्योगिक स्थापना के रिकॉर्ड टूट गए हैं, अब एक महीने के भीतर उद्योग स्थापित हो रहे हैं. मध्य प्रदेश की कृषि विकास दर तेजी से बढ़ रही है. राज्य की प्रति व्यक्ति आय 11,000 रुपये से बढ़कर 1.52 लाख रुपये हो गई है.'' सीएम ने बताया, 3 मई को एक प्रमुख कृषि मेला आयोजित किया जाना है.

Last Updated : April 28, 2025 at 10:57 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.