पटना: बिहार के सरकारी विद्यालयों में आज यानी शनिवार को 'पढ़ेंगे, बढ़ेंगे और सीखेंगे हम' थीम पर अभिभावक-शिक्षक संगोष्ठी (पीटीएम) का आयोजिन किया गया. इसका मुख्य उद्देश्य अभिभावकों को विद्यालय की ओर से दी जा रही शैक्षणिक सहायता से अवगत कराना और गर्मी की छुट्टियों में बच्चों के सीखने की निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए उन्हें सशक्त बनाना है. प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर सरकारी विद्यालयों में इस प्रकार का आयोजन से बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में अभिभावकों की भूमिका सशक्त होगी.
बच्चों के शैक्षणिक कौशल पर अभिभावकों से चर्चा: इस पेरेंट्स टीचर मीट में विद्यालयों में विद्यार्थियों के TLM किट, FLN TLM किट, पाठ्य पुस्तकें, अभ्यास पुस्तिकाएं, डायरी, और अन्य सामग्रियों का प्रदर्शन किया गया है. क्लास टीचर को अभिभावकों को इन संसाधनों के उपयोग की विस्तृत जानकारी देना है. इसके अलावा शिक्षक गर्मी की छुट्टियों में दिए गए गृहकार्य के बारे में अभिभावकों को समझाया गया. इसके साथ ही, बच्चों की शैक्षणिक प्रगति और उनकी कमियों पर HPC (होलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड) आधारित चर्चा हुई.

बच्चों को पढ़ाई के लिए अच्छे माहौल की जरूरत: पेरेंट्स टीचर मीट में शिक्षकों द्वारा अभिभावकों को घर में 'पढ़ने का कोना' विकसित करने के लिए प्रेरित किया गया. इसमें शांत जगह चुनकर पोस्टर, पुस्तकों की अलमारी, और पढ़ाई का रूटीन तैयार करने पर जोर दिया गया. साथ ही पढ़ाई के समय मोबाइल और टीवी से दूरी बनाए रखने की भी सलाह दी गई. इसके अलावा होलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड के माध्यम से बच्चों की अकादमिक प्रगति, उपस्थिति, स्वच्छता, पोषण और व्यवहार जैसे बिंदुओं पर विस्तृत बातचीत हुई. शिक्षा विभाग इस प्रकार का पेरेंट्स टीचर मीट विद्यालयों में हर माह आयोजन करेगा. विभाग की कोशिश है कि बच्चों के समग्र शिक्षा के प्रति अभिभावकों की जागरूकता बढ़े.

"सरकारी स्कूलों में पेरेंट्स टीचर मीटिंग होना बहुत ही अच्छी बात है. इस दिन हमें मौका मिलता है कि स्कूल के बारे में बताएं. स्कूलों में बनने वाले एमडीएम, पढ़ाई के दौरान मिलने वाले कॉपी किताब की कमियों के बारे में हमने बताया है. काफी अच्छा लगा, कुछ जानकारियां भी मिली हैं."- मीना कुमारी, अभिभावक

क्या बोले प्राचार्य?: मसौढ़ी के भदौरा मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक मंजर सदाब ने बताया कि संगोष्ठी में गर्मी की छुट्टी में दिए जाने वाले होमवर्क की जानकारी दी गई और बच्चों के सर्वांगीण विकास पर चर्चा की गई. गर्मी की बच्चों को ई-शिक्षाकोष पोर्टल से गृह कार्य की कॉपी डाउनलोड कर अभिभावकों को उपलब्ध कराने का आदेश दिया गया है. स्कूल की बेहतरी, बच्चे और विद्यालय की शैक्षणिक गतिविधियों पर चर्चा हुई.

"इस संगोष्ठी का उद्देश्य विद्यालय से मिलने वाले सहयोग के बारे में अभिभावकों को बताना है. साथ ही गर्मी की छुट्टी के दौरान विद्यार्थियों के सतत सीखने के लिए अभिभावकों को सशक्त और जागरूक बनाना है. इस दिन स्कूलों में सरकार द्वारा दी जाने वाली शिक्षण सहायक सामग्रियों मसलन स्टूडेंट टीएलएम किट, एफएलएन की जानकारी दी गई है."- राजेंद्र ठाकुर, बीईईओ, मसौढ़ी

2 जून से स्कूल में गर्मी छुट्टी: बिहार के सरकारी स्कूलों में 2 जून से गर्मी की छुट्टी हो रही है. शिक्षा विभाग की ओर से जारी निर्देश के अनुसार 2 जून से 21 जून तक सभी सरकारी और सहायता प्राप्त विद्यालयों में ग्रीष्मकालीन अवकाश रहेगा. हालांकि छुट्टी के दौरान भी स्कूल के प्रधानाध्यापकों को रोजाना स्कूल आना होगा और प्रशासनिक कार्यों का निर्वहन करना होगा. 22 जून को रविवार होने के कारण स्कूल बंद रहेगा, जबकि 23 जून से स्कूल में पठन-पाठन शुरू होगा.
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