जींद: जिला कारागार में विचाराधीन बंदी कुलदीप को मुलाकात के दौरान कपड़ों में छुपाकर संदिग्ध सफेद पाउडर की पुड़िया थमाई गई. जेल उपाधीक्षक की शिकायत पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने कार्रवाई की है. ड्यूटी पर मौजूद वार्डन को कपड़े लेते वक्त शक हुआ. जब उन्होंने दोनों लोअर की बेल्ट उधेड़ी तो दो पुड़िया मिलीं. एक का वजन 5.51 ग्राम और दूसरी का 6.09 ग्राम था.
फर्जी नाम से कर रहा था मुलाकात
मुलाकात करने आए युवक ने खुद को बंदी कुलदीप का भांजा बताया और फोनिक्स सिस्टम में अपना फर्जी नाम लिखवाया था. लेकिन वार्डन को उस पर शक हो गया था. दरअसल, मुलाकात करने आए युवक को काबू कर पूछताछ की तो उसने अपना नाम गांव लिजवाना खुर्द निवासी लक्की बताया. जबकि लक्की ने फोनिक्स सिस्टम में अपना नाम रोहतक निवासी अनुज लिखवाया हुआ था.
धोखाधड़ी व परिजनर एक्ट में मामला दर्ज
जेल उपाधीक्षक की शिकायत पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने बंदी कुलदीप और लक्की के खिलाफ धोखाधड़ी, परिजनर एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है. सिविल लाइन थाने के जांच अधिकारी सचिन ने बताया कि जेल उपाधीक्षक ने आरोप लगाते हुए शिकायत दी थी. फिलहाल बंदी और मुलाकाती के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. मामले की जांच की जा रही है.
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