कोरबा: आम लोगों के रोजमर्रा के जीवन से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए छत्तीसगढ़ सरकार की तरफ से 8 से 11 अप्रैल तक सुशासन तिहार मनाया जा रहा है. शहरी क्षेत्र में वार्ड के अनुसार जोनवार तो ग्रामीण क्षेत्र में पंचायतवार शिविरों का आयोजन किया गया है.
कोसाबाड़ी जोन में शिविर: नगर पालिक निगम कोरबा अंतर्गत कोसाबाड़ी जोन में शिविर का आयोजन किया गया. जहां प्रत्येक वार्ड के लिए एक–एक शिकायत पेटी रखी गई है. शिविर में आने वाले लोगों को एक फॉर्मेट वाला कोरा पन्ना दिया जा रहा है, जिसमें लोग अपनी शिकायत, मांग या कोई सुझाव लिखकर अपने वार्ड की पेटी में डाल सकते हैं.
सुशासन तिहार के शिविर में पहुंचे कम लोग: पहले दिन शिविर में लोगों की संख्या काफी कम रही, पहले दिन लोग उतनी तादाद में नहीं पहुंचे. जितनी कि स्थानीय प्रशासन को उम्मीद थी. हालांकि शिविर में पहुंची महापौर संजू देवी राजपूत ने दावा किया है कि आवेदनों की स्क्रुटनी तत्काल शुरू कर दी जाएगी और शाम के बाद ही आवेदनों के निराकरण की दिशा में प्रयास किए जाएंगे. शिविर में जो लोग पहुंचे थे, वह वर्षों पुराने गली, मोहल्ले की नाली और सड़क जैसी समस्याओं को लेकर आवेदन दे रहे थे.

8 से 11 अप्रैल सुशासन तिहार 5 से 31 मई समाधान शिविर : सुशासन तिहार -2025 की मंशा आम नागरिकों की समस्या को सुनना और उनका समाधान करना है. इसका पहला चरण 8 से 11 अप्रैल 2025 तक होगा, जिसमें आम जनता से उनकी समस्याओं के आवेदन प्रातः 10 बजे से शाम 5 बजे तक प्राप्त किए जाएंगे.
यह आवेदन ग्राम पंचायतों और नगरीय निकायों में समाधान पेटी के माध्यम से प्राप्त होंगे. ऑनलाइन आवेदन की भी व्यवस्था की जाएगी, हालांकि ऑनलाइन माध्यम फिलहाल स्पष्ट नहीं है. आवेदनकर्ताओं को पावती दी जाएगी. आवेदन प्राप्त होने के बाद, संबंधित अधिकारियों द्वारा इन्हें एक माह के भीतर निराकृत किया जाएगा. अधिकारियों को समय सीमा के भीतर इनका समाधान सुनिश्चित करना होगा. आवेदन के निराकरण की गुणवत्ता की समीक्षा राज्य और जिला स्तर पर की जाएगी.

5 से 31 मई तक समाधान शिविर: समाधान शिविरों का आयोजन 5 से 31 मई 2025 तक किया जाएगा. इन शिविरों में आवेदकों को उनके आवेदनों की स्थिति के बारे में जानकारी दी जाएगी और जहां संभव होगा, वहीं समस्याओं का तत्काल समाधान किया जाएगा. शिविर में स्थानीय सांसदों, विधायकों और अन्य जनप्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी भी सुनिश्चित की जाएगी. वह भी तिहार के प्रत्येक चरण में शामिल होंगे और जनता से सीधे संवाद करेंगे. मुख्यमंत्री और राज्य के अधिकारी भी विकास कार्यों का औचक निरीक्षण करेंगे, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि योजनाओं का क्रियान्वयन सही तरीके से हो रहा है.
10 साल से मोहल्ले में बनी हुई है नाली और सड़क की समस्या : रिसदी से सुशासन तिहार शिविर में पहुंचे भजन सिंह कंवर ने कहा कि पिछले लगभग 10 साल से मोहल्ले में नाली और सड़क का निर्माण नहीं हुआ है. जिससे काफी दिक्कत होती है. कई बार आवेदन दिया लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ. जानकारी मिली है कि सुशासन तिहार में प्राप्त आवेदनों का प्राथमिकता से निरंकरण किया जाएगा. इसलिए हम इस उम्मीद से आवेदन देने आए हैं कि यहां समस्या का निराकरण जरूर होगा.

पार्षद ने दिया 7 से 8 आवेदन : कोसाबाड़ी क्षेत्र के पार्षद अजय कुमार भी शिविर में आवेदन देने पहुंचे थे. पार्षद ने बताया कि पहले भी कई आवेदन दिया है. वार्ड में लगातार कई समस्याएं बनी हुई है. पिछली बार जब कांग्रेस की सरकार थी. तब मुझे मूलभूत समस्या के समाधान के लिए भूख हड़ताल तक करना पड़ा था. पिछले 1 साल से कुछ काम जरूर हुए हैं. लेकिन जरूर इससे ज्यादा की है, वार्ड में सीसी रोड, आंगनबाड़ी भवन, प्राथमिक शाला के भवन नहीं है. इन समस्याओं का समाधान के लिए सुशासन तिहार में भी आवेदन दिया है. अलग से प्रस्ताव भी दिया है. मैने आजबके शिविर में 7 से 8 आवेदन दिए हैं.
तत्काल करेंगे समस्याओं का निराकरण : शिविर में पहुंची महापौर संजू देवी राजपूत ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की बहुत अच्छी पहल है. लोग सुशासन तिहार के शिविर में आकर अपने क्षेत्र से जुड़ी समस्याओं का आवेदन दे सकते हैं. लोगों की जो भी समस्या होगी उनका तत्काल निराकरण किया जाएगा. शाम को 5:00 के बाद ही आवेदनों की समीक्षा की जाएगी और तत्काल उस दिशा में समाधान का प्रयास होगा.
मूलभूत समस्या से अवगत करा सकते हैं लोग : नगर पालिक निगम कोरबा के अपर आयुक्त विनय मिश्रा ने बताया कि पहले चरण में 8 से 11 अप्रैल तक सुशासन तिहार मनाया जा रहा है. इसमें हम आम लोगों से आवेदन ले रहे हैं. जिसमें वह अपने क्षेत्र की मूलभूत समस्याओं से जुड़े आवेदन हमें दे सकते हैं. इसके बाद 5 से 31 मई तक समाधान शिविर का आयोजन होगा. जिसमें सभी प्राप्त आवेदनों का निराकरण किया जाएगा.