झालावाड़: जिले के मंडावर थाना क्षेत्र में सोमवार सुबह हुई सुरेंद्र मेवाड़ा की नृशंस हत्या का पुलिस ने मंगलवार शाम को पर्दाफाश कर दिया. सनसनीखेज हत्याकांड में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. एसपी ऋचा तोमर ने बताया कि पुरानी रंजिश को लेकर आरोपियों ने सुरेंद्र मेवाड़ा की हत्या की थी. घटनाक्रम को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी मौके से फरार हो गए थे. एसपी ने बताया कि मृतक के द्वारा मुख्य आरोपी के साथ पहले तीन बार मारपीट की थी. इसी अपमान का बदला लेने के लिए आरोपियों ने सुरेंद्र मेवाड़ा को मौत के घाट उतार दिया.
एसपी कार्यालय में हुई प्रेस वार्ता के दौरान पुलिस अधीक्षक ऋचा तोमर ने बताया कि मंडावर थाना क्षेत्र में सोमवार सुबह मंदिर से लौट रहे सुरेंद्र मेवाड़ा की अज्ञात हमलावरों ने धारदार हथियार से हत्या कर दी थी. सभी हमलावर घटनाक्रम को अंजाम देने के बाद मौके से फरार हो गए. जिला अस्पताल में मृतक के पुत्र अभिषेक मेवाड़ा के द्वारा शिकायत दर्ज करवाई गई थी जिसमें उसने बताया था कि सुरेंद्र मेवाड़ा रोज की तरह मंदिर से दर्शन कर घर लौट रहे थे. इसी दौरान कुछ अज्ञात बदमाशों ने उन पर धारदार हथियार से हमला कर उनकी हत्या कर दी.
परिजनों ने जिन लोगों पर हत्या का संदेह जताया, उनसे कड़ी पूछताछ की गई. एसपी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जिले भर में 20 विशेष टीमों का गठन किया गया. इस दौरान घटनास्थल के आसपास लगे हुए सीसीटीवी फुटेज जुटाए गए. करीब 100 से अधिक मोबाइलों की सीडीआर ली गई. घटनाक्रम के बाद पुलिस ने साइबर एक्सपर्ट की मदद से घटना में शामिल तीन मुख्य आरोपियों मंडावर निवासी ललित स्वामी, खंडया कॉलोनी अक्षय स्वामी और तेजपाल को गिरफ्तार किया है.
गौरतलब है कि सुरेंद्र मेवाड़ा हत्याकांड की गूंज प्रदेश भर में सुनाई दी थी. इस मामले को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा तथा प्रतिपक्ष के नेता टीकाराम जूली ने भजनलाल सरकार की कानून-व्यवस्था पर सवालिया निशान लगाए थे. इधर सुरेंद्र मेवाड़ा की हत्या को लेकर कलाल समाज में भी रोष दिखाई दिया था. जिसके बाद मंगलवार दोपहर को कलाल समाज के एक प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस अधीक्षक से मिलकर दोषियों को जल्द पकड़ने की मांग की थी. वहीं समाज ने हत्या में शामिल आरोपियों के घरों तथा उनकी अचल संपत्ति पर बुलडोजर चलाने की मांग की थी.