बीकानेर. वैदिक ज्योतिष में सूर्य को नवग्रहों में सबसे महत्वपूर्ण ग्रह यानी राजा माना गया है जो कि जीवन ऊर्जा, आत्मा, पिता, सफलता, विजय, नेतृत्व या प्रशानिक क्षमता व यश कारक होता है. यह पूर्व दिशा, सोने व तांबे का स्वामी होता है. जन्मकुंडली में अपनी राशि, मित्र राशि या उच्च राशि उपस्थित सूर्य जातक के जीवन में सफलता, ऊर्जा, प्रशासनिक पद, विजय, पिता या उच्च अधिकारियों से लाभ, मान सम्मान में वृद्धि करता है. इसके विपरीत अगर जन्म कुंडली में सूर्य शत्रु राशि, नीच राशि या अशुभ ग्रहों से युक्त हो तो सूर्य के जातक को अहंकारी, क्रोधी, महत्वाकांक्षी, आत्म केंद्रित आदि बनाता है. दुर्बल सूर्य को बल देने हेतु तंत्र मंत्र यंत्र की सहायता ली जा सकती है.
एक महीने रहेंगे मेष राशि में : बीकानेर के ज्योतिर्विद डॉ. आलोक व्यास कहते हैं कि 14 अप्रैल 2025 को सूर्य जल तत्व मीन राशि से अपनी उच्च राशि मेष में 3:31 बजे पर प्रवेश करेंगे और 14 मई 2025 तक इसी राशि में रहेंगे. मेष राशि मे गोचर के समय सूर्य अश्विनी, भरणी व कृतिका नक्षत्र पर भ्रमण करेंगे. जिसमे अश्वनी व कृतिका नक्षत्र पर सूर्य का संचरण अनुकूल रहने की संभावना है. सूर्य का उच्च राशि मे गोचर कार्य ऊर्जा में वृद्धि व आत्मबल में बढ़ोतरी की सम्भावना को दर्शाता है. व्यास बताते है कि इस गोचर परिवर्तन से अलग राशि अनुसार असर देखने को मिल सकता है.
इसे भी पढ़ें: आज का पंचांग: वैशाख कृष्ण पक्ष प्रतिपदा पर हो रही सूर्य की मेष संक्रांति
राशि परिवर्तन का सभी 12 राशियों पर अलग-अलग प्रभाव :-
- मेष: व्यय में कमी के संकेत, आत्मचिंतन या आत्ममनन, एकान्तवास,स्वाध्याय के अवसर बनेंगे।
- वृषभ: व्यय की अधिकता, व्यापार में हानि, आर्थिक प्रतिकूलता, सुदूर स्थान की यात्रा, विदेश में लाभ होगा।
- मिथुन: आय में वृद्धि हेतु प्रयास, सम्पर्क सूत्रों में बढ़ोतरी, बड़े भाई बहन से लाभ या उनसे सम्बंधित चिंता हो सकती है।
- कर्क: कार्यक्षेत्र में अधिक ऊर्जा, पिता या उच्च अधिकारियों से सम्बंधित चिंता या उनसे मतभेद, समाजिक प्रतिष्ठा को लेकर सजगता देखने को मिलेगी।
- सिंह: धार्मिक किर्याकलाप, उच्च अध्ययन के अवसर, भाग्य का सहयोग, गुरूजनों का आशीर्वाद, नव संस्कृति से सम्पर्क होगा।
- कन्या: भूमिगत वस्तुओं से लाभ, यंत्र तंत्र मंत्र की ओर झुकाव, मन मे भय या आशंका, नकारात्मक मानसिकता पैदा होगी।
- तुला: जीवनसाथी या मित्रों का सहयोग, नव साझेदारी की और झुकाव, आमोद प्रमोद में समय, विवाह अथवा सगाई के अवसर बनेंगे।
- वृश्चिक: रोग, ऋण व शत्रु पीड़ा की सम्भावना, दैनिक किर्याकलाप में अड़चन, तर्क वितर्क में बढ़ोतरी, कानूनी कार्यो में सफलता मिलेगी।
- धनु: रचनात्मक अभिरुचि, प्रेम प्रसंग के अवसर, सन्तान सम्बंधी कार्यो की अधिकता, शेयर मार्केट से लाभ होगा।
- मकर: गृहस्थान पर नवाचार के योग, भूमि, मकान, वाहन के कार्य विक्रय के अवसर, मन मे बैचनी या माता सम्बंधी चिंता हो सकती है।
- कुंभ: अल्प दूरी की यात्रा योग, सम्प्रेषण कार्य मे लाभ, आत्मबल में कमी, छोटे भाई बहन अथवा अधीनस्थ से सम्बंधित चिंता या उनसे मतभेद देखने को मिल सकते हैं।
- मीन: पारिवारिक जिम्मेदारी की अधिकता, सुरुचि भोजन, नेत्र अथवा वाणी दोष, स्थायी परिसंपत्ति में वृद्धि के संकेत बनेंगे।