रांची: सरकार के लिए 11वीं से 13वीं झारखंड पब्लिक सिविल सेवा परीक्षा गले की हड्डी बन चुकी है. जेपीएससी मुख्य परीक्षा हुए 9 महीने बीत चुके हैं, बावजूद रिजल्ट अब तक जारी नहीं हुआ है. ऐसे में छात्रों द्वारा लगातार राजधानी के अलग-अलग जगहों पर आंदोलन कर रहे हैं और जेपीएससी निश्चित होकर बैठी हुई है. शुक्रवार 11 अप्रैल को एक बार फिर छात्रों की नाराजगी दिखी और आयोग कार्यालय के समक्ष सैकड़ों छात्रों ने प्रदर्शन किया. छात्रों द्वारा सरकार और आयोग से जल्द ही रिजल्ट जारी करने की मांग की है.
छात्र नेता सत्यनारायण शुक्ला के नेतृत्व में जेपीएससी कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि अब अध्यक्ष भी आयोग को मिल चुका है. अध्यक्ष के बने हुए एक महीने से अधिक हो गए हैं. बालजूद रिजल्ट घोषित नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि छात्रों के भविष्य के साथ सरकार खिलवाड़ कर रही है, झारखंड के छात्र इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे. हाथों में तख्ती लेकर जेपीएससी कार्यालय पहुंचे छात्रों ने इस दौरान जमकर सरकार और आयोग के खिलाफ नारेबाजी करते नजर आए.
पिछले साल 22 से 24 जून तक हुआ था मुख्य परीक्षा
11वीं से 13वीं सिविल सेवा का मुख्य परीक्षा पिछले साल 22 से 24 जून तक हुआ था. 342 पदों पर होने वाले नियुक्ति के लिए जेपीएससी ने प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम 22 अप्रैल 2024 को जारी किया था. जिसमें 7011 अभ्यर्थी सफल हुए थे. पीटी रिजल्ट के साथ मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू की तिथि भी घोषित कर दी गई थी. इन सबके बीच मुख्य परीक्षा का रिजल्ट भी तैयार हो चुका था. लेकिन आयोग के अध्यक्ष का कार्यकाल समाप्त होते ही इस पर ग्रहण लग गया.
तत्कालीन नीलिमा केरकेट्टा के बाद जेपीएससी को ना तो कोई नया अध्यक्ष मिला और ना ही किसी सदस्य को कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर कामकाज चलाया गया. काफी जद्दोजहद के बाद 27 फरवरी को राज्य के मुख्य सचिव रहे एल खियांग्ते को आयोग का अध्यक्ष बनाया गया. आयोग में नये अध्यक्ष के आने के डेढ़ महीने बाद भी इस परीक्षा का रिजल्ट नहीं जारी होने पर छात्रों का संयम अब टूट रहा है. यही वजह है कि शुक्रवार को मुख्य परीक्षा में शामिल सैकड़ों छात्र जेपीएससी गेट के पास जामकर घंटों प्रदर्शन करते दिखें.
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