उज्जैन: शहर में स्थित शासकीय विक्रम विश्वविद्यालय की सुरक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल उठ रहे हैं. दरअसल बुधवार देर शाम विश्वविद्यालय के छात्रावास शालिग्राम तोमर में रह रहे छात्र सचिन देवनाथ ने विश्वविद्यालय एवं माधवनगर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है.
जिसमें उसने बताया कि उसके हॉस्टल व विश्वविद्यालय के एमबीए एवं इंजीनियरिंग के कुछ छात्रों ने नशे की हालत में दरवाजा खटखटाया. दरवाजा खोलने पर उन्होंने उसकी बेरहमी से मारपीट की.
पीड़ित छात्र ने बताया "ये छात्र आए दिन बेवजह उत्पात मचाते हैं. ऐसे छात्रों का निष्कासन एवं उनके विरुद्ध FIR दर्ज होना जरूरी है. वह सागर का रहने वाला है यहां अगर उसे कुछ हो भी जाए तो हालात ये है कि उसके घरवालों को कोई सबूत नहीं मिलेंगे."
FIR दर्ज कर आरोपी छात्रों की तलाश जारी
माधव नगर थाना प्रभारी राकेश कुमार भारती ने कहा "विक्रम विश्वविद्यालय एवं पीड़ित छात्र दोनों की ओर से कुछ छात्रों के विरुद्ध शिकायत मिली है. शिकायत के आधार पर उन छात्रों को आरोपी बनाया है और धारा 115(2), 296, 351(2), 253(5) BNS में दर्ज की गई है. आरोपी छात्रों की तलाश जारी है जिनको गिरफ्तार कर कार्यालय पेश किया जाएगा."
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पीड़ित छात्र ने हॉस्टल में सीसीटीवी, सुरक्षाकर्मियों के नहीं होने पर भी सवाल खड़े किए. छात्र के समर्थन में विश्वविद्यालय के ABVP अध्यक्ष सिद्धार्थ यादव ने आवाज बुलंद की और गुरुवार को FIR दर्ज करवाई. वहीं दूसरी तरफ विक्रम विश्वविद्यालय प्रबंधन ने भी बदमाश छात्रों को निष्कासित करने के आदेश जारी किए हैं.
कौन हैं ये उत्पाती छात्र?
पीड़ित छात्र सचिन देवनाथ के अनुसार "इंजीनियरिंग विभाग का मोइन शेख, कृषि विभाग का रानू गुर्जर, स्पोर्ट्स का कृष्णा उदासी, एमबीए का मुकुल उपाध्याय शामिल है. जिन्होंने लगभग 10 मिनट तक उसे पीटा." छात्र को सिर व पैर में चोटें आई हैं जिसका उपचार शासकीय चरक भवन में किया गया.