बलरामपुर: बलरामपुर रामानुजगंज जिले के राजपुर ब्लॉक के सरकारी स्कूल में कक्षा 5वीं की परीक्षा में किसी अन्य छात्रा को बैठाकर परीक्षा दिलाए जाने की शिकायत हुई. इसकी जांच के लिए समिति बनाई गई. समिति की जांच में दोषी पाए जाने पर अब निलंबन की कार्यवाही की गई है.
जांच में दोषी पाए जाने पर दो टीचर सस्पेंड: संयुक्त जांच समिति ने स्कूल में पदस्थ प्रधान पाठक प्रमिला तिग्गा और सहायक शिक्षिका नीलू केरकेट्टा के खिलाफ की गई शिकायत की जांच की. इस जांच के बाद जिला शिक्षा अधिकारी डी एन मिश्रा ने प्रधान पाठक प्रमिला तिग्गा और सहायक शिक्षिका नीलू केरकेट्टा को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है.
जिला शिक्षा अधिकारी डीएन मिश्रा ने बताया कि राजपुर विकासखंड के प्राथमिक शाला उधेनूपारा में चौथी कक्षा की छात्रा को पांचवीं की परीक्षा में शिक्षिकाओं द्वारा बैठाया गया था. इस प्रकरण की जांच, समिति गठित कर की गई. जिसमें शिक्षिकाओं को दोषी पाए जाने पर उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया. स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं मिलने पर निलंबन की कार्रवाई की गई है.
दोनों टीचरों को किया गया स्सपेंड: निलंबन के दौरान प्रमिला तिग्गा और नीलू केरकेट्टा को शंकरगढ़ विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में अटैच किया गया है. छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम-1965 के नियम-03 का स्पष्ट उल्लंघन पाए जाने पर शासकीय कर्तव्य के प्रति लापरवाही बरतने के कारण दोनों शिक्षकों पर कार्रवाई की गई है.
बलरामपुर जिला शिक्षा विभाग की इस कार्रवाई के बाद शिक्षकों को सस्पेंड कर दिया गया है. इस तरह की घटना शिक्षा विभाग पर सवाल खड़े करती है. आखिर कब शिक्षा विभाग में तत्परता से कार्य के लिए शिक्षक और स्टाफ सजग होंगे.