रांची: आज दुनिया भर में विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जा रहा है. किसी भी रूप में तंबाकू सेवन से होनेवाले नुकसान के प्रति लोगों को जागरूक करने और तंबाकू छोड़ने के प्रति लोगों को कदम बढ़ाने का आह्वान किया जा रहा.
इसी कड़ी में झारखंड में स्वास्थ्य विभाग की ओर से राज्यस्तरीय कार्यक्रम रांची सदर अस्पताल के ऑडोटोरियम में हुआ. जिसमें चिकित्सकों, समाजसेवियों के साथ-साथ बड़ी संख्या में कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया.
विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में वक्तताओं ने तंबाकू सेवन से होनेवाली हानियों का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि न सिर्फ राज्य और भारत बल्कि पूरी दुनिया में होनेवाली मौतों में बड़ा कारण तंबाकू सेवन से होनेवाली बीमारियां हैं.
'सेलिब्रेटी न करें तंबाकू-सिगरेट के विज्ञापन'
इस कार्यशाला में वक्तताओं ने कहा कि देश के सेलिब्रेटी से उनका आग्रह है कि वह तंबाकू-सिगरेट या गुटखा का प्रचार न करें क्योंकि हमारी युवा पीढ़ी आपको रोल मॉडल समझती है. हमें अपनी नई पीढ़ी को इस योग्य बनाना है कि वह अपना अच्छा बुरा समझ सकें. जब एक बार उनकी समझ में आ जाएगा कि तंबाकू की लत खराब है तो वह कभी नशा या तंबाकू सेवन नहीं करेगा.
इस कार्यक्रम में रांची सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार, एनसीडी और टोबैको कंट्रोल की जिला नोडल अधिकारी डॉ सीमा गुप्ता, NCD के स्टेट नोडल अधिकारी डॉ बीके सिंह ने अपनी बात रखी.
झारखंड में 47.4% पुरुष और 8.4% महिलाएं करती हैं तंबाकू का सेवन
NFHS-5 की रिपोर्ट के अनुसार झारखंड में करीब करीब 47.4% पुरुष आबादी किसी न किसी रूप में तंबाकू सेवन करता है जबकि महिलाओं में यह प्रतिशत 8.4% है. कैंसर रोग विशेषज्ञ बताते हैं कि राज्य में तंबाकू की वजह से मुंह के कैंसर के मरीजों की संख्या काफी है.
NFHS-5 की झारखंड से जुड़ी एक और रिपोर्ट चौकानें वाली है. राज्य में शहरों की अपेक्षा गांव के पुरुष और महिला तंबाकू का अधिक सेवन करते हैं. गांव में 51% पुरुष और 9.6% महिला तंबाकू सेवन करती हैं. शहरों में यह आंकड़ा क्रमश 37.2% और 4.8% है.
इस कार्यशाला में भाग लेने आये चिकित्सकों ने बताया कि ग्लोबल यूथ टोबैको सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार झारखंड राज्य में 13 से 15 उम्र समूह के 5.1% किशोर तंबाकू सेवन करते हैं. विद्यालय जानेवाली लड़कियां राज्य में लड़कों की अपेक्षा अधिक तंबाकू सेवन करती हैं.
ये रिपोर्ट यह भी बताती है कि राज्य के वयस्कों में तंबाकू सेवन का प्रतिशत 38.9 % है जो राष्ट्रीय औसत 28.6% से काफी अधिक है. डॉक्टरों ने कहा कि राज्य में कैंसर में एक तिहाई की वजह किसी न किसी रूप में तंबाकू का सेवन है, इसलिए इसे छोड़ना जरूरी है.
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