प्रयागराज : संगम नोज पर मंगलवार को बड़ा हादसा होते-होते बच गया. जेष्ठ माह के अंतिम बड़े मंगलवार पर बड़ी संख्या में लोग स्नान कर रहे थे तभी पुल नंबर एक से दो बड़े पीपे अचानक बहते हुए पास आ गए.
पीपे को घाट की ओर आता देख लोगों में भगदड़ मच गई. लोग जान बचाकर भागने लगे. संगम में मौजूद नाविक और स्थानीय लोगों ने किसी तरह से पीपे की दिशा बदली. तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली.
किला घाट की ओर मोड़ा : नाविकों ने कड़ी मशक्कत के बाद दोनों पीपों को यमुना नदी के किला घाट की तरफ मोड़ दिया. स्थानीय लोगों ने बताया, करीब दो क्विंटल वजन के ये पीपे अगर स्नानार्थियों से टकरा जाते तो बड़ी दुर्घटना हो सकती थी.
प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए संगम क्षेत्र में सुरक्षा और निगरानी बढ़ाने का आश्वासन दिया है. यह कदम भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उठाया जाएगा.
तेज बहाव में बहने लगा : प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया, महाकुंभ के दौरान पीपे का पुल बनाया गया था. अब पुल को खोला जा रहा है. अचानक गंगा का जलस्तर बढ़ने से बहाव तेज हो गया, जिस कारण पीपा बहकर यहां चला आया. मौके पर मौजूद नाविंकों और स्थानीय लोगों ने रोक लिया नहीं तो किसी की भी जान जा सकती थी.
आपको बता दें की महाकुंभ में लगभग 66 करोड़ लोगों ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई थी. श्रद्धालुओं की सुविधा और शाही स्नान को देखते हुए गंगा नदी पर 30 पीपे के पुल बनाए गए थे. इसे बनाने में 2,213 पांटून का उपयोग किया गया था. अब इनको हटाने का काम किया जा रहा है.
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