नूंहः खेलों के मामलों में पूरी दुनिया में हरियाणा परचम लहराता रहा है. राज्य के खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई मेडल देश के नाम किया है. वहीं राज्य के नूंह जिले में छोटा या बड़ा कोई खेल स्टेडियम या स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स नहीं है.
खेल संसाधनों का होगा विकासः जिले में खेल संसाधनों की स्थिति पर बात करते हुए नूंह उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने कहा कि जिले में खेलों के लिए बेहतर संसाधन को विकसित किया जायेगा. डीपीआर बनाने के लिए कंसल्टेंट का चयन कर लिया गया है. प्रशासन का प्रयास है कि शहर और शहर के आसपास खेल स्टेडियम या स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बनाया जाए, ताकि आम लोग पैदल पहुंचकर संसाधन का लाभ उठा सकें.
राजीव गांधी खेल परिसर का किया जाएगा विकासः उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने कहा कि गत माह तीन-चार गांवों में जगह को देखा गया है. सभी जगहों का आकलन किया जा रहा है. शाहपुर नंगली गांव में 9 एकड़ में राजीव गांधी खेल परिसर है. कुछ खेल गतिविधियां वहां पर कराई जाएंगी और शहर में नगर परिषद नूंह के सहयोग से स्पोर्ट्स कांप्लेक्स की प्लानिंग की जा रही है. इसके लिए कंसल्टेंट हायर कर लिया गया है. कंसल्टेंट की ओर से डीपीआर तैयार की जा रही है. उपायुक्त नूंह ने कहा की डीपीआर बनते ही सरकार को उसका प्रपोजल भेजा जाएगा. स्वीकृति के बाद उस पर भी काम शुरू किया जाएगा.
स्टेडियम के लिए दो-तीन गांव में देखी गई है जमीनः उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने कहा शहर के आसपास दो-तीन गांव में स्टेडियम के लिए जमीन देखी गई है. वहां कुछ दिक्कत सामने आ रही थी. उसे दूर किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हमारा मकसद है कि शहर के नजदीक जिला स्तरीय खेल स्टेडियम बनाया जाए ताकि खेल सुविधाओं का फायदा उठाया जा सके ताकि पैदल भी वहां पर लोग आसानी से आ-जा सके. उन्होंने कहा कि पूरी उम्मीद है कि अप्रैल के महीने में जिला स्तरीय स्टेडियम के लिए जगह का चयन कर लिया जाएगा और जल्दी ही जिले के लोगों को जिला स्तरीय खेल सुविधाएं मिलेंगी.
2025 में खेल स्टेडियम निर्माण शुरू होने की उम्मीदः आपको बता दें कि हरियाणा मेडल फैक्ट्री के नाम से देश भर में जाना जाता है, लेकिन हरियाणा का ही एक ऐसा अभागा जिला नूंह है, जिसमें जिला बनने के 20 साल बाद भी अभी तक जिला स्तरीय खेल स्टेडियम नहीं बन पाया है. इस कारण खेल प्रतिभाएं दम तोड़ रही हैं. स्टेडियम के साथ-साथ यहां खेल सुविधाओं और कोच इत्यादि की भी भारी आवश्यकता है. लेकिन अब इसे लेकर जिला प्रशासन पूरा गंभीर दिखाई दे रहा है. उम्मीद की जा रही है कि 2025 में जिला स्तरीय खेल स्टेडियम का निर्माण शुरू हो जाएगा.