अजमेर: मसीह समाज के लिए गुड फ्राई डे विशेष दिन है. इस दिन प्रभु यीशु के बलिदान और उनकी ओर से कहे गए अंतिम सात वचनों को याद किया जाता है. गुड फ्राइडे को मसीह समाज के लोग उपवास रखते हैं. इस दिन ही प्रभु यीशु को सूली पर चढ़ाया गया था. गुड फ्राई डे की पूर्व संध्या पर गुरुवार को अजमेर के चर्चों में विशेष आराधना हुई.
रॉबसन मेमोरियल कैथेड्रल, सीएनआई चर्च के फादर जेके शर्मा बताते हैं कि 18 अप्रैल को गुड फ्राई डे मनाया जाएगा. इस दिन इंसानियत और धर्म के लिए प्रभु यीशु ने अपना बलिदान दिया था. प्रभु यीशु मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था. उन्होंने बताया कि गुड फ्राइडे की पूर्व संध्या पर चर्चों में विशेष आराधना की गई. चर्च में प्रभु यीशु के बलिदान और उनके अंतिम सात वचनों को याद किया गया.
शर्मा बताते हैं कि गुड फ्राइडे से एक दिन पहले प्रभु यीशु ने अपने 12 शिष्यों के साथ अंतिम भोज किया था. वहीं अपने शिष्यों के चरण भी धोए थे. इससे हम सबको यह सीख मिलती है कि दीन, दुखी और असहाय लोगों को गले लगाकर उनकी पीड़ा दूर करने का प्रयास करना चाहिए. उन्होंने बताया कि दुख और शोक का दिन होने के बाद भी इस दिन को गुड फ्राइडे इसलिए कहा जाता है कि प्रभु यीशु मसीह की मृत्यु मानव के पापों के लिए अंतिम बलिदान थी, इसलिए प्रभु यीशु का यह बलिदान प्रेम और मुक्ति के आखिरी काम को दिखाता है.
चर्च में प्रिबायटर ( पुरोहित ) आशीष जॉर्ज बताते हैं कि गुड फ्राई डे की पूर्व संध्या पर आराधना करने के लिए समाज के लोग चर्चों में जुटे. आराधना के बाद भजनों के माध्यम से प्रभु यीशु के बलिदान को याद किया गया. उन्होंने बताया कि आज के दिन प्रभु यीशु ने अपने शिष्यों के साथ अंतिम भोज किया था. लिहाजा, चर्च में आराधना के बाद प्रभु यीशु के अंतिम भोज को मनाया जाता है. उन्होंने यह भी बताया कि प्रभु यीशु ने गुरुवार शाम अपने शिष्यों के साथ बिताई थी और शिष्यों के पैर भी धोए थे. साथ ही उन्हें अंतिम उपदेश दिए थे. उन सब पर पूर्व संध्या में फोकस रहता है. उन्होंने कहा कि प्रभु यीशु के अंतिम इन सात वचनों पर गुड फ्राइडे के दिन चर्च में आराधना के बाद मनन किया जाएगा. गुड फ्राइडे को दोपहर 12 से 3 बजे चर्च में मुख्य आराधना होगी. इसमें बड़ी संख्या में मसीह समाज के लोग शामिल होंगे.