नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के 100 दिन पूरे होने के बाद दिल्ली की आठवीं विधानसभा गठन के भी 100 दिन पूरे हो गए. इसको लेकर दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने केंद्रीय मंत्री हर्ष मल्होत्रा के हाथों विधानसभा के 100 दिन के कामकाज का रिपोर्ट कार्ड जारी कराया. इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने दिल्ली विधानसभा में 100 दिन में की गई कार्यों की शुरुआत करने की जानकारी दी.
विजेंद्र गुप्ता ने बताया कि दिल्ली विधानसभा को पूरी तरह पेपर लेस बनाने की दिशा में काम शुरू हो गया है. बहुत जल्दी ही यह विधानसभा पेपरलेस हो जाएगी और यहां सारा काम ऑनलाइन शुरू होगा. साथ ही उन्होंने बताया कि 500 किलोवाट का सौर ऊर्जा संयंत्र भी लगाया गया है. मानसून सत्र तक यह विधानसभा पूरी तरह सौर ऊर्जा से संचालित विधानसभा हो जाएगी. उन्होंने यह भी बताया कि 100 दिन में विधानसभा ने दो सत्रों में इतना काम कर दिया है जो 2 साल में भी नहीं हो पता है.
#WATCH दिल्ली: दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष वीजेंद्र गुप्ता ने कहा, " ... 100 दिन पहले सदस्यों ने शपथ ली थी और विधानसभा ने जो संकल्प लिए थे, हमने वे काम आगे बढ़ाए हैं। हमने इस पर एक रिपोर्ट कार्ड जारी की है जिसमें इन 100 दिनों में विधानसभा में जो काम किए गए हैं, उनके बारे में जानकारी… pic.twitter.com/ETb3rT8URT
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 6, 2025
विजेंद्र गुप्ता ने बताया कि दिल्ली विधानसभा के बजट सत्र में एक दिन ऐसा रहा कि सुबह 11 से लेकर शाम 7 बजे तक बिना किसी स्थगन के लगातार विधानसभा की बैठक चलती रही. यह एक अपने आप में रिकॉर्ड है. दिल्ली विधानसभा के 32 वर्षों के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ. विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि दिल्ली विधानसभा के ऐतिहासिक भवन के लिए समग्र विरासत संरक्षण योजना शुरू की है. इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र को 3 सप्ताह के रिपोर्ट सौंपने का कार्य दिया गया है. इस योजना में लाइट एंड साउंड शो, वृत्तचित्र और संग्रहालय की स्थापना शामिल है. भवन की मूल संरचना को सुरक्षित रखते हुए उसे सजीव विरासत स्थल बनाया जाएगा. दिल्ली विधानसभा को राष्ट्रीय धरोहर पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा.
विधानसभा के दो सत्रों में 46 घंटे 16 मिनट तक चली कार्यवाही: विधानसभा उपाध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट ने बताया कि 8वीं विधानसभा गठन के बाद हुए दो सत्रों में सदन की कार्यवाही 46 घंटे 16 मिनट तक चली. यह भी अपने आप में रिकॉर्ड है. उन्होंने बताया कि दिल्ली विधानसभा 100 दिन में विकास भी और विरासत भी का जो संकल्प लेकर काम शुरू किया है वह पूरा होगा और दिल्ली विधानसभा विकास के नए मानक स्थापित करेगी. उन्होंने बताया कि 500 किलोवाट के सौर ऊर्जा संयंत्र से विधानसभा की बिजली की खपत पूरी होगी. इससे 15 लाख रुपए महीने की बिजली बिल की बचत होगी. पूरे साल में एक करोड़ 80 लाख रुपए की बचत होगी. यह धनराशि विकास कार्य में उपयोग में आएगी.
दो सत्रों में विधानसभा में पेश नहीं हुआ एक भी बिल: दिल्ली की 8वीं विधानसभा के दो सत्रों में दिल्ली सरकार के द्वारा एक भी बिल पेश नहीं किया गया. इस सवाल के जवाब में विधानसभा उपाध्यक्ष ने कहा कि दो सत्रों में आठ कैग रिपोर्ट जो सालों से लंबित थी उनको सदन पटल पर रखा गया. उन रिपोर्ट्स की आगे की प्रक्रिया जारी है. आने वाले सत्र में निश्चित रूप से दिल्ली के लोगों के हितों को ध्यान रखते हुए कई बिल भी लाए जाएंगे और कई तरह के मुद्दों पर चर्चा भी होगी.
100 दिन में दिल्ली विधानसभा में हुए यह काम:
- विधानसभा में आधुनिक ई लाइब्रेरी बनाने के लिए दस्तावेजों का डिजिटलीकरण, आईटी अवसंरचना और प्रबंधन प्रणाली का समावेश करने के लिए नीति आयोग, जेएनयू, एनएसडी व लोकसभा सचिवालय के विशेषज्ञों ने सुझाव दिए.
- वित्तीय पारदर्शिता को बढ़ाने की दिशा में नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की आठ लंबित रिपोर्ट्स को इस अवधि में सदन में प्रस्तुत किया गया.
- एक विशेष ऑडिट मॉनिटरिंग सिस्टम मोबाइल एप विकसित किया जा रहा है, जिससे ऑडिट सिफारिशों की निगरानी, अनुपालन और वित्तीय पारदर्शिता में सुधार होगा.
- दिल्ली विधानसभा ने संसदीय कार्य मंत्रालय के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर करके नेशनल ई-विधान एप्लीकेशन से जुड़ने वाला देश का 28वां राज्य बनने की ऐतिहासिक पहल की.
- विधानसभा की नियमावली के नियम 280 की समीक्षा कर उसे लोकसभा और राज्यसभा की प्रक्रियाओं के अनुरूप किया जाएगा. यह कदम एनसीटी दिल्ली अधिनियम संशोधन 2021 के अनुरूप उठाया गया है.
- जहां पहले प्रति वर्ष केवल विधानसभा का एक सत्र होता था वही 100 दिन में दो पूर्ण सत्र आयोजित कर किए गए.
- विधानसभा के दो सत्रों में कुल 12 बैठेंगे आयोजित हुई उनमें 46 घंटे 16 मिनट विधानसभा की कार्रवाई चली. जो पिछले 32 वर्षों से सर्वाधिक है सदन प्रथम की लंबी कार्यवाही रही.
- विधायकों के ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजन के साथी सर्वश्रेष्ठ विधायक पुरस्कार की घोषणा की गई.
- दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष दीर्घा और प्रेस दीर्घा से शीशे के पैनल हटाए गए. इससे पत्रकारों को विधायी कार्रवाई की बिना किसी असुविधा के देखने और रिपोर्ट करने की सुविधा मिली.
ये भी पढ़ें: