रामपुर बुशहर: समेज गांव में आई बाढ़ लापता हुए 4 साल के बच्चे का शव दत्तनगर से बरामद हुआ है. पुलिस को आज सुबह दत्तनगर पुल के पास शव के फंसे होने की सूचना मिली थी. ब्रौ पुलिस थाना से गई टीम ने शव को कब्जे में लिया. शिनाख्त करने पर शव की पहचान आद्विक पुत्र जयसिंह निवासी सनैल गांव, डाकघर फांचा तहसील रामपुर जिला शिमला के तौर पर हुई है. शव को पोस्टमार्टम के लिए खनेरी अस्पताल भेज दिया गया है.
बता दें कि रामपुर के समेज गांव में आई बाढ़ के कारण जयसिंह की पत्नी कल्पना केदारटा, बेटा आद्विक और बेटी अक्षिता उम्र सात साल लापता हो गए थे. कल्पना केदारटा का शव नौ दिन बाद नौ अगस्त को नोगली से बरामद किया गया था. कल्पना की बहन ने शव की शिनाख्त की थी. वहीं, जयसिंह की बेटी अक्षिता का अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है. कल्पना ग्रीनको प्रोजेक्ट में कार्यरत थी और बच्चों के साथ समेज गांव में रहती थी. हादसे के दिन कल्पना के पति जयसिंह घर से बाहर थे. कल्पना केदारटा बच्चों के साथ दूसरी जगह शिफ्ट होने की तैयारी कर रही थी, लेकिन उससे पहले ही परिवार के साथ ये हादसा हो गया.
कल्पना ने 31 अगस्त की रात की घटना के एक दिन पहले ही इंस्टाग्राम पर वीडियो सोशल मीडिया पर डाली थी. ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी. इस वीडियो पर कल्पना कुछ ऐसी बात कह दी जो सच हो गई. कल्पना ने इंस्टाग्राम वीडियो में बैकग्राउंड ऑडियो के साथ लिपसिंग करते हुए कहा, 'मैं अपनी जान के साथ इतना बड़ा रिस्क नहीं ले सकती अगर कहीं मौत आ गई तो! मैंने अभी तो जिंदगी में कुछ नहीं देखा.' कल्पना ने ये वीडियो हादसे के कुछ घंटे पहले ही इंस्टाग्राम पर डाला था.
बता दें कि समेज में 31 जुलाई को आई भारी बाढ़ में 36 लोग लापता हुए थे. अब तक सात लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं. कुछ शव सुन्नी डैम एरिया से बरामद हुए हैं. इन शवों की शिनाख्त के लिए पुलिस ने लापता लोगों के परिजनों का डीएन सैंपल लिया है. डीएनए के जरिए लापता लोगों की शिनाख्त की जाएगी.
ये भी पढ़ें: समेज त्रासदी में लापता कल्पना केदारटा का 9वें दिन मिला शव, बहन ने की शिनाख्त