सीतापुर: यूपी के सीतापुर जनपद में पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई की 8 मार्च 2025 को गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी. मुख्य आरोपी पुजारी बाबा शिवानन्द उर्फ विकास राठौर पुत्र केशवराम को गिरफ्तार करके पुलिस ने मामले का खुलासा कर दिया है.
आरोपी बाबा जुर्म स्वीकार करते हुए पुलिस को जो कहानी बताई वह हैरान कर देने वाली है. उसने स्वयं कुबूल किया है कि खुद को समाज में अपमानित होने से बचाने के लिए पत्रकार की शूटरों से हत्या करवाई है.
बाबा ने बताया कि पत्रकार ने उसका एक शिष्य (बच्चा) के साथ अप्रकृतिक संबंध बनाते हुए वीडियो बना लिया था, जिस कारण वह उसे आए दिन ब्लैकमेल भी करने लगा था. उसने उससे 20 लाख रुपए की डिमांड की थी. वह अपनी डिमांड पर अडिग था और बार-बार उसे धमकी दे रहा था. इससे परेशान होकर उसने 4 लाख रुपए में शूटरों को कॉन्ट्रैक्ट देकर हत्या करवा दी.
बता दें कि पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी की 8 मार्च को हेमपुर ओवरब्रिज पर गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी. हत्या के 34 दिन बाद गुरुवार को एसपी ने प्रेस कांफ्रेंस कर मामले का खुलासा कर दिया. जिसमें उन्होंने महोली के कारेदेव बाबा मंदिर के सह पुजारी शिवानंद उर्फ विकास राठौर द्वारा अपने सहयोगियों निर्मल सिंह व असलम गाजी को सुपारी देकर भाड़े के शूटरों से 3 लाख में हत्या करवाने की बात बताई.
हत्या का कारण विकास राठौर द्वारा अपने शिष्य से अप्रकृतिक संबंधों की जानकारी पत्रकार को लग जाना बताया गया. एसपी ने बताया कि पत्रकार राघवेंद्र के पास विकास राठौर का वीडियो भी था, इसलिए विकास ने खुद को समाज में अपमानित होने से बचाने के लिए वारदात को अंजाम दे डाला.
उधर, पत्रकार की पत्नी ने एसपी के खुलासे पर सवाल उठाया है. उसका कहना है कि पुलिस घटना में शामिल सफेदपोशों को बचाने के लिए इस तरह का खुलासा कर रही है. क्योंकि, पहले उनके पति को भी बाबा के कृत्यों में शामिल होना बताया गया था, अब नया मोड़ दे दिया गया. हकीकत को छुपा दिया गया.
इसके बाद आरोपी बाबा का कुबूलनामा सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा है. वायरल वीडियो में आरोपी विकास राठौर ने कुबूल किया है कि उसने पूरी घटना को किस तरह से अंजाम दिलवाकर खुद को बचाने की कोशिश की थी.
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