सिंगरौली: जिले की प्रभारी मंत्री संपत्तियां उईके अपने एक दिवसीय दौरे पर सिंगरौली पहुंचीं. यहां उन्होंने सबसे पहले स्थानांतरण नीति के अनुक्रम में जिला कलेक्टर कार्यालय में मीटिंग ली. इस दौरान प्रभारी मंत्री ने अचानक जिलाधिकारी को 3 वर्ष से कार्यरत कर्मचारियों की सूची तैयार कर 2 दिन के अंदर प्रस्तुत करने के निर्देश दे दिए.
स्थानांतरण की होगी कार्रवाई
बताया जा रहा है कि जनप्रतिनिधियों और जनता से लगातार अधिकारियों कर्मचारियों की शिकायत प्राप्त हो रही थी, जिसके चलते प्रभारी मंत्री ने सभी कर्मचारियों की सूची मांगी है. माना जा रहा है कि यह सूची स्थानांतरण नीति के अनुक्रम में कार्रवाई के लिए मंगाई गई है. मंत्री संपत्तिया उइके ने कहा, "जिले में कार्यरत सभी विभागों के जिला प्रमुख अपने-अपने विभागों में कार्यरत ऐसे कर्मचारी जो 3 वर्ष से एक ही स्थान पर पदस्थ है तथा ऐसे कर्मचारी जो कार्य के प्रति उदासीनता बरत रहे हैं, उनकी सूची तैयार कर 2 दिवस के अंदर प्रस्तुत किया जाना सुनिश्चित करें"

स्कूलों में शिक्षकों की कमी से कराया अवगत
बैठक के दौरान उपस्थित विधायकों के द्वारा प्रभारी मंत्री को अवगत कराया गया कि अभी भी 63 विद्यालय शिक्षक विहीन हैं. इसके बाद भी शिक्षकों का स्थानांतरण दूसरे जिले के लिए कर दिया गया है. ऐसी स्थिति में जब तक शिक्षक विहीन विद्यालयों में शिक्षकों की पूर्ति नहीं हो जाती है तब तक इन्हें प्रभार मुक्त न किया जाए." इस संबंध में प्रभारी मंत्री द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया गया कि स्थानांतरित शिक्षकों को प्रभार मुक्त न किया जाए.
ट्रॉमा सेंटर की अव्यवस्था पर जताई नाराजगी
प्रभारी मंत्री संपत्तिया उइके को जब जिला अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर की अव्यवस्थाओं से रूबरू कराया गया तो उन्होंने नाराजगी जाहिर की. इसके साथ ही आउटसोर्स से लगे हुए कर्मचारियों का मजदूरी भुगतान नहीं किए जाने की भी शिकायत की गई. इस पर प्रभारी मंत्री ने ओपीडी और आउटसोर्स पर कार्य कर रहे कर्मचारियों के भुगतान के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सख्त निर्देश भी दिए.
पानी और बिजली को लेकर दिए सख्त निर्देश
प्रभारी मंत्री ने अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के निर्देश दिए. उन्होंने सीएमएचओ से कहा, " जिला चिकित्सालय की व्यवस्था में सुधार लावे. यदि सिविल सर्जन व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से संचालित नहीं करवा पा रहे हैं तो उनके विरुद्ध भी प्रस्ताव तैयार करें."
इसके साथ ही पीने की पानी की व्यवस्था को लेकर सख्त निर्देश दिए गए. वहीं, विद्युत व्यवस्था को बेहतर कर जन-जन तक बिजली पहुंचाने के भी निर्देश अधिकारियों को दिए गए.
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बरसात से पूर्व पाइपलाइन पूरे करने के निर्देश
प्रभारी मंत्री ने उन आंगनबाड़ी केंद्रों की भी सूची मांगी है, जो भवन विहीन संचालित हो रही हैं. वहीं, बरसात से पहले हैंडपंप खनन कार्य और जो भी पाइपलाइन के कार्य हैं उन्हें पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं. जिससे बाद में लोगों को आवागमन में किसी प्रकार की परेशानी न हो.