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शिवपुरी जिला अस्पताल में एक साथ गूंजी 3 किलकारियां, हाई रिस्क प्रेगनेंसी में डॉक्टरों का कमाल - SHIVPURI THREE CHILDREN BIRTH

शिवपुरी जिला अस्पताल में एक साथ 3 बच्चों ने जन्म लिया. दो बेटी और एक बेटे के जन्म के बाद एसएनसीयू में भर्ती कराया है.

SHIVPURI THREE CHILDREN BIRTH
शिवपुरी जिला अस्पताल में एक साथ गूंजी 3 किलकारियां (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : April 13, 2025 at 3:47 PM IST

Updated : April 13, 2025 at 3:54 PM IST

3 Min Read

शिवपुरी: जिला अस्पताल में शनिवार को एक साथ 3 किलकारियां गूंजी. फिलहाल जज्जा और बच्चा दोनों स्वस्थ बताए जा रहे हैं. गर्भवती महिला को खून की कमी और हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत थी. अस्पताल में मौजूद 2 गायनिक डॉक्टरों को हाई रिस्क प्रेगनेंसी करवाना चुनौती थी, जिसे उन्होंने सफलतापूर्वक अंजाम दिया. वजन कम होने के चलते तीनों बच्चों को एसएनसीयू में भर्ती कराया गया है.

जिला अस्पताल में एक साथ गूंजी 3 किलकारी

जिला अस्पताल शिवपुरी में करेरा तहसील की रहने वाली वर्षा पाल ने एक साथ 3 बच्चों दो बेटी और एक बेटे को जन्म दिया है. जिला अस्पताल में मौजूद 2 गायनिक डॉक्टरों ने हाई रिस्क प्रेगनेंसी करवाकर 4 जिंदगियां बचाने का काम किया है. 22 वर्षीय गर्भवती महिला के पेट में 3 बच्चे थे और उसको खून की कमी थी और हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत थी. ऐसे में प्रेगनेंसी को हाई रिस्क प्रोफाइल में रखा गया था. गायनिक डॉक्टरों ने हिम्मत दिखाकर इस हाई रिस्क प्रेगनेंसी को सफलता पूर्वक अंजाम देकर मां समेत तीनों बच्चों की जिंदगियां बचा ली. महिला ने 2 लड़कियों और 1 लड़के को जन्म दिया है हालांकि तीनों का वजन कम होने के चलते उनका इलाज जिला अस्पताल परिसर में मौजूद एसएनसीयू यूनिट में चल रहा है.

शिवपुरी जिला अस्पताल में महिला ने एक साथ 3 बच्चों को दिया जन्म (ETV Bharat)

सोनोग्राफी रिपोर्ट से 3 बच्चों का चला पता

गर्भवती महिला के जिला अस्पताल पहुंचने पर सोनोग्राफी कराई गई और रिपोर्ट सामने आने पर यह पता लगा कि महिला के पेट में 3 बच्चे हैं. ऐसे में महिला की प्रेगनेंसी और उसकी डिलीवरी की यह चुनौती अस्पताल में मौजूद स्त्री रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों के लिए और ज्यादा बढ़ गई. महिला को खून की कमी और हाई ब्लड प्रेशर की भी शिकायत सामने आई. ऐसी स्थिति में डॉक्टरों के लिए यह केस हाई प्रोपाइल रिस्क वाला था.

गायनिक डॉक्टरों ने लिया ऑपरेशन का फैसला

समय कम होने और रेफर करने की स्थिति भी नहीं होने के चलते गायनिक डॉक्टर मोना गुप्ता ने तत्काल ऑपरेशन का फैसला लिया. इस मामले में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर बबीता तोमर भी डॉक्टर मोना गुप्ता के फैसले के साथ खड़ी नजर आई. दोनों महिला डॉक्टरों ने हिम्मत दिखाकर नर्सिंग स्टाफ प्रतिमा की मदद से मां समेत 4 जिंदगियों को बचाने का यह सफल ऑपरेशन कामयाबी के साथ पूरा किया.

सीएमएचओ ने भी की तारीफ

जिला अस्पताल में 3 बच्चों की हाई रिस्क डिलीवरी को सफलतापूर्वक अंजाम देने वाली दोनों महिला गायनिक डॉक्टर और नर्स स्टाफ की प्रशंसा हो रही है. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजय ऋषिश्वर ने भी तारीफ की है. उन्होंने बताया कि "जिला अस्पताल शिवपुरी में अब नवजात शिशुओं के जटिल रोगों का भी प्रभावी इलाज संभव है. यह हमारे डॉक्टरों की विशेषज्ञता और अस्पताल में उपलब्ध उन्नत संसाधनों का परिणाम है कि 3 नवजात की सुरक्षित डिलीवरी कराई गई. डॉक्टरों और उनकी टीम ने जिस तत्परता और समर्पण से कार्य किया वह सराहनीय है. हमारा प्रयास है कि हर जरूरतमंद को समय पर बेहतर इलाज मिले."

शिवपुरी: जिला अस्पताल में शनिवार को एक साथ 3 किलकारियां गूंजी. फिलहाल जज्जा और बच्चा दोनों स्वस्थ बताए जा रहे हैं. गर्भवती महिला को खून की कमी और हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत थी. अस्पताल में मौजूद 2 गायनिक डॉक्टरों को हाई रिस्क प्रेगनेंसी करवाना चुनौती थी, जिसे उन्होंने सफलतापूर्वक अंजाम दिया. वजन कम होने के चलते तीनों बच्चों को एसएनसीयू में भर्ती कराया गया है.

जिला अस्पताल में एक साथ गूंजी 3 किलकारी

जिला अस्पताल शिवपुरी में करेरा तहसील की रहने वाली वर्षा पाल ने एक साथ 3 बच्चों दो बेटी और एक बेटे को जन्म दिया है. जिला अस्पताल में मौजूद 2 गायनिक डॉक्टरों ने हाई रिस्क प्रेगनेंसी करवाकर 4 जिंदगियां बचाने का काम किया है. 22 वर्षीय गर्भवती महिला के पेट में 3 बच्चे थे और उसको खून की कमी थी और हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत थी. ऐसे में प्रेगनेंसी को हाई रिस्क प्रोफाइल में रखा गया था. गायनिक डॉक्टरों ने हिम्मत दिखाकर इस हाई रिस्क प्रेगनेंसी को सफलता पूर्वक अंजाम देकर मां समेत तीनों बच्चों की जिंदगियां बचा ली. महिला ने 2 लड़कियों और 1 लड़के को जन्म दिया है हालांकि तीनों का वजन कम होने के चलते उनका इलाज जिला अस्पताल परिसर में मौजूद एसएनसीयू यूनिट में चल रहा है.

शिवपुरी जिला अस्पताल में महिला ने एक साथ 3 बच्चों को दिया जन्म (ETV Bharat)

सोनोग्राफी रिपोर्ट से 3 बच्चों का चला पता

गर्भवती महिला के जिला अस्पताल पहुंचने पर सोनोग्राफी कराई गई और रिपोर्ट सामने आने पर यह पता लगा कि महिला के पेट में 3 बच्चे हैं. ऐसे में महिला की प्रेगनेंसी और उसकी डिलीवरी की यह चुनौती अस्पताल में मौजूद स्त्री रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों के लिए और ज्यादा बढ़ गई. महिला को खून की कमी और हाई ब्लड प्रेशर की भी शिकायत सामने आई. ऐसी स्थिति में डॉक्टरों के लिए यह केस हाई प्रोपाइल रिस्क वाला था.

गायनिक डॉक्टरों ने लिया ऑपरेशन का फैसला

समय कम होने और रेफर करने की स्थिति भी नहीं होने के चलते गायनिक डॉक्टर मोना गुप्ता ने तत्काल ऑपरेशन का फैसला लिया. इस मामले में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर बबीता तोमर भी डॉक्टर मोना गुप्ता के फैसले के साथ खड़ी नजर आई. दोनों महिला डॉक्टरों ने हिम्मत दिखाकर नर्सिंग स्टाफ प्रतिमा की मदद से मां समेत 4 जिंदगियों को बचाने का यह सफल ऑपरेशन कामयाबी के साथ पूरा किया.

सीएमएचओ ने भी की तारीफ

जिला अस्पताल में 3 बच्चों की हाई रिस्क डिलीवरी को सफलतापूर्वक अंजाम देने वाली दोनों महिला गायनिक डॉक्टर और नर्स स्टाफ की प्रशंसा हो रही है. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजय ऋषिश्वर ने भी तारीफ की है. उन्होंने बताया कि "जिला अस्पताल शिवपुरी में अब नवजात शिशुओं के जटिल रोगों का भी प्रभावी इलाज संभव है. यह हमारे डॉक्टरों की विशेषज्ञता और अस्पताल में उपलब्ध उन्नत संसाधनों का परिणाम है कि 3 नवजात की सुरक्षित डिलीवरी कराई गई. डॉक्टरों और उनकी टीम ने जिस तत्परता और समर्पण से कार्य किया वह सराहनीय है. हमारा प्रयास है कि हर जरूरतमंद को समय पर बेहतर इलाज मिले."

Last Updated : April 13, 2025 at 3:54 PM IST
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