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बिहार खेल विश्वविद्यालय के पहले कुलपति बने शिशिर सिन्हा, जानें कौन हैं यह पूर्व IAS - SHISHIR SINHA

राजगीर खेल विश्वविद्यालय के पहले कुलपति शिशिर सिन्हा का नाम घोषित हो गया है. कौन हैं शिशिर यहां जानें-

शिशिर सिन्हा
शिशिर सिन्हा (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Nov 9, 2024, 11:08 PM IST

पटना : नीतीश सरकार ने बिहार के राजगीर स्थित पहले खेल विश्वविद्यालय का पहला कुलपति पूर्व आईएएस अधिकारी शिशिर सिन्हा को बनाया है. खेल विभाग ने अधिसूचना जारी कर दी है. शिशिर सिन्हा बिहार कैडर के 1982 बैच के आईएएस अधिकारी रहे हैं. 2018 में उन्होंने वीआरएस ले लिया था. जब वह वीआरएस लिए थे उस वक्त विकास आयुक्त पद पर तैनात थे.

शिशिर सिन्हा बने खेल विश्वविद्यालय के कुलपति : वीआरएस लेने के बाद शिशिर सिन्हा को नीतीश कुमार ने सबसे पहले बीपीएससी का अध्यक्ष बनाया था. इसके बाद उन्हें इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी अथॉरिटी का चेयरमैन भी बनाया गया. अब तीसरी बार नीतीश कुमार ने उन्हें अपने गृह क्षेत्र राजगीर में नवनिर्मित बने खेल विश्वविद्यालय का प्रथम कुलपति बनाकर बड़ी जिम्मेदारी दी है.

सीपी ठाकुर के दामाद हैं शिशिर सिन्हा : यहां यह बताना भी जरूरी है कि शिशिर सिन्हा बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद सीपी ठाकुर के दामाद हैं. अब नीतीश कुमार ने बिहार के पहले खेल विश्वविद्यालय का पहला कुलपति बनाकर बड़ी जिम्मेदारी दी है.

24 खेल विधाओं का होगा प्रशिक्षण : पिछले दिनों राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के प्रथम खेल अकादमी और बिहार खेल विश्वविद्यालय का उद्घाटन किया था, जो राजगीर में अंतर्राष्ट्रीय खेल परिसर का एक हिस्सा है. अंतर्राष्ट्रीय खेल परिसर में एक साथ 24 खेल विधाओं का प्रशिक्षण दिया जाएगा.

विश्व स्तरीय प्रशिक्षण केंद्र और स्टेडियम : 50000 दर्शकों की क्षमता का यहां स्टेडियम है. साथ ही 10000 दर्शकों की क्षमता का छोटा स्टेडियम भी है. वॉलीबॉल, हॉकी, फुटबॉल, एथलेटिक्स जैसे कई खेलों के लिए विश्व स्तरीय प्रशिक्षण केंद्र और स्टेडियम यहां तैयार हो रहे हैं.

एशिया हॉकी चैंपियनशिप से पहले बड़ी जिम्मेदारी : 11 नवंबर से महिला एशिया हॉकी चैंपियनशिप भी शुरू हो रहा है और उससे पहले शिशिर सिन्हा को बड़ी जिम्मेदारी मिली है. शिशिर सिन्हा के नेतृत्व में खेल विश्वविद्यालय न सिर्फ बिहार बल्कि पूरे देश में खेल प्रशिक्षण और अनुसंधान के लिए एक प्रमुख केंद्र बनाने की तैयारी है.

खिलाड़ियों को मिलेगी कई तरह की सुविधाएं : खेल अकादमी और खेल विश्वविद्यालय अंतर्राष्ट्रीय खेल परिसर का हिस्सा है और इस परिसर में 24 खेल विधाओं का प्रशिक्षण एक ही जगह पर खिलाड़ियों को मिलेगा. कई तरह की सुविधा जिसमें आवास, चिकित्सा सुविधा और अन्य सुविधाएं भी शामिल है खिलाड़ियों को उपलब्ध कराया जाएगा.

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पटना : नीतीश सरकार ने बिहार के राजगीर स्थित पहले खेल विश्वविद्यालय का पहला कुलपति पूर्व आईएएस अधिकारी शिशिर सिन्हा को बनाया है. खेल विभाग ने अधिसूचना जारी कर दी है. शिशिर सिन्हा बिहार कैडर के 1982 बैच के आईएएस अधिकारी रहे हैं. 2018 में उन्होंने वीआरएस ले लिया था. जब वह वीआरएस लिए थे उस वक्त विकास आयुक्त पद पर तैनात थे.

शिशिर सिन्हा बने खेल विश्वविद्यालय के कुलपति : वीआरएस लेने के बाद शिशिर सिन्हा को नीतीश कुमार ने सबसे पहले बीपीएससी का अध्यक्ष बनाया था. इसके बाद उन्हें इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी अथॉरिटी का चेयरमैन भी बनाया गया. अब तीसरी बार नीतीश कुमार ने उन्हें अपने गृह क्षेत्र राजगीर में नवनिर्मित बने खेल विश्वविद्यालय का प्रथम कुलपति बनाकर बड़ी जिम्मेदारी दी है.

सीपी ठाकुर के दामाद हैं शिशिर सिन्हा : यहां यह बताना भी जरूरी है कि शिशिर सिन्हा बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद सीपी ठाकुर के दामाद हैं. अब नीतीश कुमार ने बिहार के पहले खेल विश्वविद्यालय का पहला कुलपति बनाकर बड़ी जिम्मेदारी दी है.

24 खेल विधाओं का होगा प्रशिक्षण : पिछले दिनों राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के प्रथम खेल अकादमी और बिहार खेल विश्वविद्यालय का उद्घाटन किया था, जो राजगीर में अंतर्राष्ट्रीय खेल परिसर का एक हिस्सा है. अंतर्राष्ट्रीय खेल परिसर में एक साथ 24 खेल विधाओं का प्रशिक्षण दिया जाएगा.

विश्व स्तरीय प्रशिक्षण केंद्र और स्टेडियम : 50000 दर्शकों की क्षमता का यहां स्टेडियम है. साथ ही 10000 दर्शकों की क्षमता का छोटा स्टेडियम भी है. वॉलीबॉल, हॉकी, फुटबॉल, एथलेटिक्स जैसे कई खेलों के लिए विश्व स्तरीय प्रशिक्षण केंद्र और स्टेडियम यहां तैयार हो रहे हैं.

एशिया हॉकी चैंपियनशिप से पहले बड़ी जिम्मेदारी : 11 नवंबर से महिला एशिया हॉकी चैंपियनशिप भी शुरू हो रहा है और उससे पहले शिशिर सिन्हा को बड़ी जिम्मेदारी मिली है. शिशिर सिन्हा के नेतृत्व में खेल विश्वविद्यालय न सिर्फ बिहार बल्कि पूरे देश में खेल प्रशिक्षण और अनुसंधान के लिए एक प्रमुख केंद्र बनाने की तैयारी है.

खिलाड़ियों को मिलेगी कई तरह की सुविधाएं : खेल अकादमी और खेल विश्वविद्यालय अंतर्राष्ट्रीय खेल परिसर का हिस्सा है और इस परिसर में 24 खेल विधाओं का प्रशिक्षण एक ही जगह पर खिलाड़ियों को मिलेगा. कई तरह की सुविधा जिसमें आवास, चिकित्सा सुविधा और अन्य सुविधाएं भी शामिल है खिलाड़ियों को उपलब्ध कराया जाएगा.

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