शिमला: पिछले 523 दिनों से शिमला में प्रदर्शन कर रहे दृष्टिबाधितों ने आज सचिवालय के नजदीक अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन और चक्का जाम किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सरकार से विभिन्न विभागों में दृष्टिबाधितों के खाली पदों को जल्द से जल्द भरने की मांग की.
शिमला में दृष्टिबाधित सड़क के बीचो-बीच धरने पर बैठ गए और दोनों तरफ से वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद कर दी. वहीं, मौके पर मौजूद पुलिस उन्हें हटाने लगी तो खींचतान में एक दृष्टिबाधित सड़क से नीचे खाई में गिर गया, जिसे गंभीर चोटें आई है. घायल को इलाज के लिए आईजीएमसी अस्पताल ले जाया गया.
इसके बाद सभी दृष्टिबाधित बीच सड़क में बैठ गए और दोनों तरफ से वाहनों की आवाज आई बंद कर दी, जिसके चलते लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. दृष्टिबाधितों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उनकी मांगे नहीं मानी जाती तो सचिवालय के बाहर ही अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर देंगे.
दृष्टिबाधित राजेश ठाकुर ने कहा कि वे शिमला में 523 दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन सरकार की तरफ से कोई भी उनकी सुध लेने नहीं आ रहा है. आज यहां पर हम प्रदर्शन करने पहुंचे तो पुलिस ने हमारे एक साथी को धक्का देकर नीचे गिरा दिया. जिसकी हालत गंभीर है. वहीं, एक महिला को भी धक्का लगने से बाजू में चोटें आई है. वहीं, उन्होंने धक्का मुक्की करने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने की मांग भी उठाई.
दृष्टिबाधित राजेश ठाकुर ने कहा, "संघ की ओर से प्रदेश सरकार से विभिन्न विभागों में दृष्टिबाधितों के लिए जो 4 फीसदी कोटा रखा गया है, उसे जल्द भरने की मांग की जा रही है. लेकिन सरकार की ओर से आश्वासन ही दिए जा रहे हैं. वहीं, अगर सरकार उनकी मांगे नहीं मानती तो वे यहीं पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ जाएंगे".
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