शिमला: हिमाचल प्रदेश में फर्जी दस्तावेज देकर नौकरी करने के कई मामले पहले ही सामने आ चुके हैं. लेकिन शिमला जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें किसी उच्च अधिकारी की फर्जी हस्ताक्षर कर नियुक्ति पत्र जारी किया गया है. पोस्ट ऑफिस के बाद अब कृषि विभाग के नाम पर फर्जी नियुक्ति पत्र बनाने का मामला सामने आया है. इसमें शातिर ने फर्जी नियुक्ति पत्र देकर कृषि विभाग में नौकरी के लिए अपना दावा किया है.
मामले में उप सचिव कृषि ने छोटा शिमला में शिकायत दर्ज करवाया है. इसके अलावा उन्होंने डीजीपी विजिलेंस को भी मामले की जांच करने के लिए पत्र भेजा है. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार जोगीराम अत्री उप सचिव कृषि ने छोटा शिमला थाने में शिकायत दी है.
पुलिस को दी शिकायत में जोगीराम अत्री उप सचिव कृषि ने बताया कि आरोपी अनीश कुमार (निवासी गांव जमानाबाद, तहसील कांगड़ा) की नियुक्ति के लिए उनके हस्ताक्षर वाला फर्जी नियुक्ति पत्र संयुक्त निदेशक राहुल कटोच अतिरिक्त निदेशक कार्यालय धर्मशाला के समक्ष पेश किया गया. इस बारे में संयुक्त निदेशक ने व्हाट्सऐप पर उप सचिव को बताया कि अमित नाम के एक ठेकेदार ने यह पत्र उन्हें सत्यापित करने के लिए दिया था. अमित ठेकेदार कृषि विभाग में बोरवेल का काम करता है. उसने बताया कि उम्मीदवार उसका रिश्तेदार है.
फर्जी नियुक्ति पत्र में उम्मीदवार को जिस श्रेणी में नियुक्ति देने की बात कही गई है. वैसा कोई पद विभाग में अस्तित्व में नहीं है. फर्जी नियुक्ति पत्र में निम्न श्रेणी लिपिक का पद दर्शाया गया हैं. जबकि विभाग में यह पद लिपिक के रूप में स्वीकृत है. अब इसमें कनिष्ठ कार्यालय सहायक सूचना एवं प्रौद्योगिकी का नाम दे दिया गया है.
इतना ही नहीं फर्जी नियुक्ति पत्र में नियुक्ति भी नियमित आधार पर दर्शाई गई है. जबकि अब आरंभिक तौर पर हिमाचल प्रदेश सरकार में वर्ष 2007 से सीधी भर्ती के लिए अनुबंध के आधार पर वर्ग-3 पद पर नियुक्ति दी जा रही है. फर्जी नियुक्ति पत्र पर लगी मोहर में सबसे ऊपर कृषि विभाग हिमाचल प्रदेश, कृषि निदेशालय कृषि भवन, बालूगंज शिमला की मोहर अंकित है और अंत में उप सचिव के हस्ताक्षर है.
उप सचिव कृषि ने बताया, "कृषि निदेशालय की मोहर वाले दस्तावेज पर निदेशक कृषि नियुक्ति प्राधिकारी है, न कि सरकार. फर्जी नियुक्ति पत्र में उनका पद अवर सचिव कृषि बताया गया है. जबकि एक नवंबर 2024 को वह उप सचिव कृषि के पद पर पदोन्नत हो गए है. ऐसे में उन्होंने पुलिस में मामला दर्ज कर इस मामले की जांच करने को कहा है".
एसपी शिमला संजीव गांधी ने कहा, "मामले में शिकायत मिली है. मामले में जांच की जा रही है. अभी एफआईआर दर्ज हुई है. मामले में पूछताछ की जा रही है".