शाजापुर: अपने बयानों के लिए हमेशा चर्चा में रहने वाले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने BJP-RSS के नेताओं को खुला चैलेंज दिया है. दिग्विजय सिंह ने कहा "मुझसे ज्यादा संस्कारी व्यक्ति पूरी बीजेपी और आरएसएस में नहीं मिलेगा. अगर कोई है तो मुझे नाम बताएं. मैं अपनी आस्था के रूप में सनातन धर्म का पालन करता हूं, लेकिन उसको बेचता नहीं हूं, उसका व्यवसाय नहीं करता और ना ही उसका राजनीतीकरण करता हूं. हिंदुस्तान में हर व्यक्ति को अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है था और रहेगा."
बाबा रामदेव पर साधा निशाना
दिग्विजय सिंह का कहना है "हमें सनातन धर्म में यही सिखाया गया है कि हम सभी धर्म का सम्मान करें. लेकिन इसे भाजपा, संघ, विश्व हिंदू परिषद तोड़ने का काम कर रहे हैं. बीजेपी का एक ही एजेंडा है कि नफरत फैलाकर वोट बैंक मजबूत करना. नफरत फैलाकर लोगों के बीच दीवारें खड़ी की जा रही हैं." बाबा रामदेव पर हमला करते हुए उन्होंने कहा "शरबत जिहाद फैलाकर अपना बिजनेस बढ़ाने के लिए नफरती बातें की जाती हैं. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती. भाजपा में अहम की राजनीति होने लगी है और यही अहम की राजनीति भाजपा का अंत करेगी."
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पुजारी से मारपीट मामले में गिरफ्तारी क्यों नहीं ?
उन्होंने कहा कि देवास माता की टेकरी पर मंदिर पहुंचकर पुजारी से मारपीट करने वाले बीजेपी विधायक गोलू शुक्ला के पुत्र की गिरफ्तारी क्यों नहीं की गई. सवाल माफी मांगने का नहीं है. पुजारी से मारपीट करने के मामले में कानूनी कार्रवाई क्यों नहीं गई. बता दें कि दिग्विजय सिंह बुधवार को शाजापुर जिले के टुकराना में आयोजित राजपूत समाज के सामूहिक विवाह सम्मेलन में शामिल होने आए थे. इसके बाद शाजापुर में उन्होंने पत्रकारों से बात की.