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जड़ से खत्म होगी सिकल सेल की बीमारी!, शहडोल में फ्री में लगाई जा रही स्पेशल वैक्सीन - SHAHDOL SICKLE CELL VACCINATION

शहडोल में सिकल सेल बीमारी से निपटने के लिए धांसू प्लान तैयार किया गया है. मरीजों को दो वैक्सीन लगाई जा रही है.

SHAHDOL SICKLE CELL VACCINATION
सिकल सेल के मरीजों को लगाई जा रही वैक्सीन (Getty Image)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : June 3, 2025 at 6:18 PM IST

Updated : June 3, 2025 at 7:14 PM IST

3 Min Read

शहडोल: सिकल सेल एनीमिया एक ऐसी बीमारी है, जो आमतौर पर अनुवांशिक होती है. मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में सिकल सेल के कई मरीज हैं. अब इन मरीजों को एक स्पेशल वैक्सीन लगाई जा रही है, जिसकी तैयारी पूरी कर ली गई है. जिले के सिकल सेल नोडल अधिकारी ने बताया कि बैठक कर वैक्सीन लगाना शुरू कर दिया है. मरीजों को वैक्सीन लगाने के लिए ब्लॉक स्तर पर हेल्थ वर्कर और वैक्सीनेटर को प्रशिक्षण दिया गया है.

सिकल सेल के मरीजों को लगेगी वैक्सीन

शहडोल के सिकल सेल नोडल अधिकारी डॉ. अंशुमन सोनारे ने बताया, "वर्तमान में हमने शहडोल जिले में 1600 ऐसे मरीज चिन्हित किए हैं. जिनको हम PCV13 और PPSV23 ये दो वैक्सीन लगाएंगे. जिसकी तैयारी पूरी कर ली गई है. वैक्सीन लगाने की शुरुआत भी कर दी गई है. हमारे पास पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन भी आ चुकी है. इसके लिए अभियान चलाकर जिले के समस्त मरीजों को वैक्सीन लगाने के लिए ब्लॉक स्तर पर हेल्थ वर्कर्स से लेकर वैक्सीन कोल्ड चैन हैंडलर और वैक्सीनेटर को प्रशिक्षण दिया गया है. टीम को निर्देशित किया गया है कि एक सप्ताह के अंदर वैक्सीनेशन का लक्ष्य प्राप्त किया जाए.

वैक्सीनेशन के लिए हेल्थ वर्कर को दिया गया प्रशिक्षण (ETV Bharat)

किन्हें और कैसे लगेगी वैक्सीन?

प्रथम चरण में ये वैक्सीन जिले के 596 ऐसे मरीजों को लगाई जाएगी, जिनकी उम्र 20 वर्ष से कम है. जिला चिकित्सालय में सिकल सेल के मरीजों को वैक्सीन लगाने का कार्य शुरू हो गया है. इसके लिए 30 मई को जिला स्तर पर कार्यशाला भी आयोजित की गई थी. ब्लॉक मुख्यालयों पर भी ये वैक्सीन लगाई जा रही है. पहले डोज में PCV13 वैक्सीन लगेगी और उसके 8 सप्ताह बाद PPSV23 वैक्सीन लगाई जाएगी. बता दें कि मध्य प्रदेश के सभी जिलों में वैक्सीनेशन अभियान चलाया जा रहा है.

SICKLE CELL PATIENTS IN SHAHDOL
शहडोल में फ्री में लगाई जा रही स्पेशल वैक्सीन (ETV Bharat)

सिकल सेल में ये दवा फायदेमंद

डॉ. अंशुमन सोनारे ने बताया, "सिकल सेल के मरीजों के लिए हाइड्रोक्सी यूरिया नामक दवा अब तक बहुत कारगर साबित हुई है. नियमित रूप से इसके सेवन करने की सलाह डॉक्टर देते हैं. इसका मरीजों को बहुत अच्छा रिजल्ट भी मिला है. जो मरीज ब्लड ट्रांसमिशन पर हैं ये दवाई देने से उनके ब्लड ट्रांसमिशन करने की फ्रीक्वेंसी कम हो जाती है. अगर उनको पहले महीने में दो बार ब्लड लग रहा है, तो अगले महीने में उनको एक बार ही ब्लड देने की आवश्यकता होती है. जिनको 3 महीने 4 महीने में ब्लड ट्रांसमिशन की आवश्यकता होती थी, उन मरीजों को हाइड्रोक्सी यूरिया देने से ब्लड ट्रांसमिशन की जरुरत लगभग खत्म हो जाती है."

Special vaccine for Sickle Cell
सिकल सेल के वैक्सीनेशन को लेकर हुई बैठक (ETV Bharat)

शहडोल में कितने मरीज

सिकल सेल मरीजों की बात करें तो शहडोल जिले में ही सिकल सेल के मरीजों की काफी संख्या है. 15 अप्रैल 2025 तक के आंकड़ों के मुताबिक जिले में सिकल सेल के कैरियर की संख्या 8,917 है, तो वहीं डिजीज की संख्या 1,619 है. 1,446 लोगों को हाइड्रोक्सी यूरिया दवा दी जा रही है.

शहडोल: सिकल सेल एनीमिया एक ऐसी बीमारी है, जो आमतौर पर अनुवांशिक होती है. मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में सिकल सेल के कई मरीज हैं. अब इन मरीजों को एक स्पेशल वैक्सीन लगाई जा रही है, जिसकी तैयारी पूरी कर ली गई है. जिले के सिकल सेल नोडल अधिकारी ने बताया कि बैठक कर वैक्सीन लगाना शुरू कर दिया है. मरीजों को वैक्सीन लगाने के लिए ब्लॉक स्तर पर हेल्थ वर्कर और वैक्सीनेटर को प्रशिक्षण दिया गया है.

सिकल सेल के मरीजों को लगेगी वैक्सीन

शहडोल के सिकल सेल नोडल अधिकारी डॉ. अंशुमन सोनारे ने बताया, "वर्तमान में हमने शहडोल जिले में 1600 ऐसे मरीज चिन्हित किए हैं. जिनको हम PCV13 और PPSV23 ये दो वैक्सीन लगाएंगे. जिसकी तैयारी पूरी कर ली गई है. वैक्सीन लगाने की शुरुआत भी कर दी गई है. हमारे पास पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन भी आ चुकी है. इसके लिए अभियान चलाकर जिले के समस्त मरीजों को वैक्सीन लगाने के लिए ब्लॉक स्तर पर हेल्थ वर्कर्स से लेकर वैक्सीन कोल्ड चैन हैंडलर और वैक्सीनेटर को प्रशिक्षण दिया गया है. टीम को निर्देशित किया गया है कि एक सप्ताह के अंदर वैक्सीनेशन का लक्ष्य प्राप्त किया जाए.

वैक्सीनेशन के लिए हेल्थ वर्कर को दिया गया प्रशिक्षण (ETV Bharat)

किन्हें और कैसे लगेगी वैक्सीन?

प्रथम चरण में ये वैक्सीन जिले के 596 ऐसे मरीजों को लगाई जाएगी, जिनकी उम्र 20 वर्ष से कम है. जिला चिकित्सालय में सिकल सेल के मरीजों को वैक्सीन लगाने का कार्य शुरू हो गया है. इसके लिए 30 मई को जिला स्तर पर कार्यशाला भी आयोजित की गई थी. ब्लॉक मुख्यालयों पर भी ये वैक्सीन लगाई जा रही है. पहले डोज में PCV13 वैक्सीन लगेगी और उसके 8 सप्ताह बाद PPSV23 वैक्सीन लगाई जाएगी. बता दें कि मध्य प्रदेश के सभी जिलों में वैक्सीनेशन अभियान चलाया जा रहा है.

SICKLE CELL PATIENTS IN SHAHDOL
शहडोल में फ्री में लगाई जा रही स्पेशल वैक्सीन (ETV Bharat)

सिकल सेल में ये दवा फायदेमंद

डॉ. अंशुमन सोनारे ने बताया, "सिकल सेल के मरीजों के लिए हाइड्रोक्सी यूरिया नामक दवा अब तक बहुत कारगर साबित हुई है. नियमित रूप से इसके सेवन करने की सलाह डॉक्टर देते हैं. इसका मरीजों को बहुत अच्छा रिजल्ट भी मिला है. जो मरीज ब्लड ट्रांसमिशन पर हैं ये दवाई देने से उनके ब्लड ट्रांसमिशन करने की फ्रीक्वेंसी कम हो जाती है. अगर उनको पहले महीने में दो बार ब्लड लग रहा है, तो अगले महीने में उनको एक बार ही ब्लड देने की आवश्यकता होती है. जिनको 3 महीने 4 महीने में ब्लड ट्रांसमिशन की आवश्यकता होती थी, उन मरीजों को हाइड्रोक्सी यूरिया देने से ब्लड ट्रांसमिशन की जरुरत लगभग खत्म हो जाती है."

Special vaccine for Sickle Cell
सिकल सेल के वैक्सीनेशन को लेकर हुई बैठक (ETV Bharat)

शहडोल में कितने मरीज

सिकल सेल मरीजों की बात करें तो शहडोल जिले में ही सिकल सेल के मरीजों की काफी संख्या है. 15 अप्रैल 2025 तक के आंकड़ों के मुताबिक जिले में सिकल सेल के कैरियर की संख्या 8,917 है, तो वहीं डिजीज की संख्या 1,619 है. 1,446 लोगों को हाइड्रोक्सी यूरिया दवा दी जा रही है.

Last Updated : June 3, 2025 at 7:14 PM IST
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