शहडोल: माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल द्वारा "रुक जाना नहीं" योजना के तहत आयोजित 12वीं बोर्ड की परीक्षा में हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक छात्रा को पेपर का नाम याद न होने के चलते उसे परीक्षा हॉल से निकाल दिया गया. आरोप है कि परिजन इसकी शिकायत लेकर कलेक्टर के पास पहुंचे तो उसे वहां से भी डांटकर भगा दिया गया. पूरा मामला महारानी लक्ष्मीबाई हाई स्कूल कन्या शहडोल का है.
एक गलती पर परीक्षार्थी को एग्जाम हॉल से किया बाहर
बोडरी गांव निवासी छात्रा के पिता ने कहा, "मेरी बेटी 12वीं क्लास के वार्षिक परीक्षा में 3 विषयों में फेल हो गई थी. इसके बाद उसे दोबारा पेपर देने का चांस दिया गया. 2 और 4 जून को महारानी लक्ष्मीबाई हाई स्कूल में पेपर था. जब मेरी बेटी पेपर देने पहुंची तो परीक्षा हॉल में परीक्षक ने उससे पूछा की आज किस विषय की परीक्षा है? बिटिया ने जल्दबाजी में राजनीति का बोल दिया. इससे नाराज होकर परीक्षक ने परीक्षा हॉल से निकाल दिया. मैं मानता हूं कि बेटी से गलती हुई है, लेकिन शिक्षक का दायित्व बनता है कि उसे बता दें कि बेटी राजनीति का नहीं इकोनॉमिक्स की परीक्षा है. परीक्षक ऐसा करने के बजाए मेरी बेटी को भगा दिया."
कलेक्टर पर लगे गंभीर आरोप
छात्रा के पिता इस पूरे मामले की शिकायत लेकर कलेक्टर के पास पहुंचे. पिता ने आरोप लगाते हुए कहा, "जब मैं कलेक्टर के पास आवेदन देने पहुंचा तो उन्होंने डांट कर भगा दिया. साथ ही कहा कि शिक्षक बताएंगे कि किस पेपर की परीक्षा है."
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इस पूरे घटनाक्रम पर कलेक्टर केदार सिंह ने प्रतिक्रिया जाहिर की है. उन्होंने कहा, "वीसी से लौटते समय कलेक्ट्रेट परिसर में खड़ी एक छात्रा ने लिखित शिकायत दी थी. पता चला है कि उसने परीक्षा का विषय गलत बताया था, जिसके चलते ड्यूटी पर तैनात शिक्षक ने नीचे जाकर पता करने को कहा. लेकिन, वह बगैर परीक्षा दिए चली गई. हमने छात्रा से यही कहा है कि बात कल की थी तो कल ही बताना चाहिए. अब परीक्षा हो चुकी है तो इसमें मदद कैसे हो पाएगी. डांटने-डपटने का आरोप गलत है."