शहडोल: मध्य प्रदेश में प्री मानसून एक्टिव होने से नौतपा में बारिश हो रही है. खेत पानी से लाबलब हो गए हैं. किसान खरीफ सीजन की फसल की तैयारी में जुटे गए हैं, क्योंकि मॉनसून भी इस बार जल्दी आता नजर आ रहा है. अगर आप खरीफ सीजन में खेती करते हैं और रासायनिक खाद का भी इस्तेमाल करते हैं फिर भी उपज आपको अच्छी नहीं मिल रही है तो इस बार खाद खरीदते समय असली और नकली खाद की जांच जरूर कर लें. ये बहुत आसान है इसे आप खुद से कर सकते हैं.
खेती में खाद जरूरी
अगर आप खेती में अच्छा उत्पादन लेना चाहते हैं तो खेतों में समय-समय पर पोषक तत्वों को देना भी जरूरी है. इसके लिए किसान रासायनिक खाद का इस्तेमाल करते हैं, जिसमें डीएपी, यूरिया जैसे खाद बहुत प्रचलन में है. किसानों के लिए भी ये जानना जरूरी है कि जिस डीएपी यूरिया जैसे रासायनिक खाद का आप धड़ल्ले से इस्तेमाल कर रहे हैं. बाजार से उसे महंगे दामों में खरीद कर लाते हैं, कहीं वो नकली तो नहीं है. इसलिए जरूरी है कि किसानों को खाद असली है या नकली इसकी परख खुद से कर लेनी चाहिए.

असली और नकली खाद की खुद से करें जांच
कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर बीके प्रजापति ने बताया, "जब कभी आप खाद खरीदने जाएं तो असली या नकली खाद है. इसकी जांच किसान खुद कर सकता है. इसके लिए कई आसान विधियां भी होती हैं, मौजूदा समय में डीएपी और यूरिया रासायनिक खाद का उपयोग बहुत ज्यादा हो रहा है."
डीएपी खाद की जांच
आज के समय में कोई भी फसल लगाते हैं तो डीएपी का उपयोग बहुतायत में हो रहा है. फसल बोवनी के साथ ही डीएपी का उपयोग शुरू हो जाता है. जब कभी आप डीएपी असली है या नकली इसकी जांच खुद से करना चाहते हैं, तो देखेंगे कि डीएपी का जो दाना होता है. वो काला भूरा और बैगनी रंग का होता है. इसको जब दबाएंगे तो ये बहुत कठोर होता है. असली डीएपी इतनी मजबूत होती है कि अगर उसे नाखून से खुरचेंगे या तोड़ने की कोशिश करेंगे तो नहीं टूटेगी. जबकि नकली डीएपी में ऐसे गुण नहीं होते हैं.

डीएपी को पहचानने के कई तरीके भी होते हैं. जैसे कि जब डीएपी के दानों को हथेली में रखकर थोड़ा सा उसमें चूना मिलाकर रगड़ेंगे तो उसमें से बहुत तेज गंध आएगी. अगर ऐसा नहीं होता है तो नकली डीएपी है. डीएपी के दाने को गर्म तवे पर रखने पर असली डीएपी का दाना फूल जाएगा और नकली डीएपी का दाना नहीं फूलता है.
यूरिया खाद की जांच
अगर आप यूरिया खाद खरीद रहे हैं और आपको शंका हो रही है कि खाद की क्वालिटी में कुछ दिक्कत है, तो आप इसकी खुद ही जांच कर सकते हैं. यूरिया को आपने देखा होगा कि इसके जो दाने होते हैं, बहुत सफेद और चमकदार होते हैं. सामान्य आकार में गोल भी होते हैं. अगर हम यूरिया को लेकर पानी में घोलते हैं, तो असली यूरिया होने पर वो तुरंत घुल जाएगा. घुले हुए यूरिया के पानी को टच करेंगे तो वो बहुत ठंडा रहेगा. इसके अलावा यूरिया को जब गर्म तवे पर डालेंगे और धीरे-धीरे उसका टेंपरेचर बढ़ाते जाएंगे. असली यूरिया अगर होगा तो वो तुरंत पिघल जाएगा और उसके अवशेष भी तवे में नहीं मिलेंगे, लेकिन नकली यूरिया में ऐसा नहीं होगा.

जिंक खाद की ऐसे करें जांच
आज के समय में ज्यादातर खेतों में जिंक की कमी पाई जाती है. ऐसे खेतों में हर 3 साल में जिंक डालने की सलाह भी दी जाती है, क्योंकि जिंक किसी भी फसल के लिए बहुत उपयोगी चीज है. जिंक की पूर्ति के लिए किसान जिंक सल्फेट का उपयोग करते हैं. जिंक सल्फेट असली है या नकली इसकी पहचान के लिए आप एक बर्तन में पानी लें. जिसमें जिंक सल्फेट घोल दें और एक दूसरे बर्तन में डीएपी खाद को घोल दें. इसके बाद दोनों घोल को मिलाएं, अगर थक्का बन रहा है तो जिंक सल्फेट असली है.

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पोटाशकी जांच
पौधों में ताकत देने उसका तेजी से विकास के लिए पोटाश का इस्तेमाल अच्छा खासा हो रहा है. पोटाश उर्वरक असली है या नकली इसको जानने के लिए गर्म पानी में पोटाश उर्वरक को जब घोलेंगे तो आप देखेंगे कि लाल रंग के मिर्च पाउडर की तरह पानी के ऊपर तैरता हुआ मिलेगा. यही पोटाश की सही पहचान है.