सीहोर: जिले में सड़क निर्माण कार्य के दौरान बिना किसी अनुमति के बिजली खंभे को हटाए जाने का मामला सामने आया है. आरोप है कि ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिए मनमाने ढंग से काम किया जा रहा है. जिससे बिजली विभाग की कार्यप्रणाली और कर्मचारियों पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
सड़क चौड़ीकरण का चल रहा है काम
दरअसल, ये पूरा मामला बिलकिसगंज वितरण केंद्र का है. जहां बडझिपरी से बिलकिसगंज जोड़ तक रोड चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है. जिसको लेकर 33 हजार वोल्ट बिजली तार, 11 हजार वोल्ट बिजली तार और अन्य छोटी बिजली वायर शिफ्ट की जानी है. जिसका स्टीमेट तैयार कर बिजली विभाग द्वारा स्वीकृति लेनी है, जो अभी नहीं मिली है. आरोप है कि नियमों की अवहेलना कर कुछ बिजली अधिकारी मनमानी कर रहे हैं.
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आला अधिकारियों को भी नहीं है सूचना
आरोप लगाया जा रहा है कि ठेकेदार से मिलीभगत कर बिजली खंभे का शिफ्टिंग कार्य किया जा रहा है. बिलकिसगंज मार्ग पर ग्राम किशनपुरा और ग्राम भंडेली में 2 खंभे और लाइन शिफ्टिंग कर दी गई है. जबकि आला अधिकारियों को इसकी सूचना तक नहीं है.

इस संबंध में बिलकिसगंज के वितरण केन्द्र प्रभारी शिवराम पाली ने बताया कि "अभी स्टीमेट स्वीकृत नहीं हुआ है. लेकिन ये बिजली के खंभे सड़क निर्माण में बाधित बन रहे थे, इसलिए इन्हें हटाया गया है. वहीं, मध्य प्रदेश विद्युत मंडल, सीहोर के अधीक्षण यंत्री सुधीर कुमार शर्मा का कहना है कि "इस संबंध में मुझे कोई जानकारी नहीं है, पता करवाता हूं."