नई दिल्ली/गाजियाबाद: 22 जुलाई 2024 से श्रावण मास की शुरुआत हो गई है. इस बार शिवरात्रि 2 अगस्त को पड़ रही है. कावड़ यात्रा की शुरुआत भी हो चुकी है. गाजियाबाद में तकरीबन 200 किलोमीटर से अधिक का कावड़ कॉरिडोर है. कावड़ यात्रा के दौरान गाजियाबाद से होकर दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान समेत विभिन्न राज्यों के कावड़िया गुजरते हैं. कावड़ियों की संख्या लाखों में होती है. कावड़ यात्रा को लेकर शहर में रूट डायवर्सन भी लागू कर दिए गए हैं.
कावड़ यात्रा को लेकर गाजियाबाद में स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है. जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह के निर्देश पर स्कूलों में बच्चों और बसों के आवागमन व सुरक्षा की दृष्टि को ध्यान में रखते हुए स्कूलों को बंद किया गया है. जिले के सभी बेसिक शिक्षा परिषद के अंतर्गत संचालित समस्त प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा के अंतर्गत सभी सीबीएसई, आईसीएसई बोर्ड और प्रावधिक शिक्षा से सम्बद्ध समस्त शैक्षणिक संस्थान, उच्च शिक्षण संस्थान और मदरसा एवं संस्कृत बोर्ड के अन्तर्गत संचालित विद्यालय 29 जुलाई से 2 अगस्त तक पूर्णतया बंद रहेंगे.
कावड़ यात्रा को लेकर गाजियाबाद में रौनक दिखाई देने लगी है. हालांकि, फिलहाल कांवड़ रूट पर कावड़ियों की संख्या कम है. 29 जुलाई से कावड़ियों की संख्या में इजाफा होने लगेगा, जिसको ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी ने स्कूलों में 5 दिन के अवकाश की घोषणा की है. शिवरात्रि नजदीक आने के साथ-साथ कांवड़ियों की संख्या भी बढ़ने लगेगी, जिसके चलते गाजियाबाद में रूट डायवर्जन भी लागू रहेगा.
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नगर निगम सफाई व्यवस्था को लेकर अलर्ट: कावड़ यात्रा महोत्सव के दौरान गाजियाबाद नगर निगम सफाई व्यवस्था को पुख्ता करने में जुटा है. सभी कावड़ शिविर आयोजकों से सफाई व्यवस्था में सहयोग करने की अपील की जा रही है. नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने स्वास्थ्य विभाग को भी सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा है.