सतना: सतना जिले के प्राइवेट स्कूलों पर कलेक्टर का चाबुक चला. इन स्कूलों में प्राइवेट पब्लिशर्स की किताबों को चलाया जा रहा था. जबकि नियम है कि एनसीईआरटी की पुस्तकें ही चलाई जाएं. मोटा कमीशन पाने के लिए निजी स्कूलों में निजी प्रकाशकों की किताबें चलाई जाती हैं. इस मामले में पैरेंट्स की लगातार शिकायतें कलेक्टर को मिल रही थीं. कलेक्टर ने जांच करने के बाद सतना जिले के 18 स्कूलों पर भारी-भरकम जुर्माना ठोका. इससे निजी स्कूल संचालकों में हड़कंप है.
पैरेंट्स की शिकायतों पर जिला प्रशासन ने की जांच
गौरतलब है कि सरकार द्वारा लगातार निजी स्कूलों को नसीहत दी जा रही है कि NCRT की किताबों का संचालन करें. इसका पालन कराने के लिए अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई. इसके बाद भी निजी स्कूलों पर कोई असर नहीं हो रहा था. अभिभावकों की लगातार शिकायतें मिलने के बाद कलेक्टर ने जांच के निर्देश दिए. जांच में पाया गया कि सतना जिले के 18 निजी स्कूलों द्वारा मनमाने तरीके से NCERT की किताबों को दरकिनार कर निजी प्रकाशकों की किताबें चलवाई जा रही हैं.
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18 स्कूलों पर 2-2 लाख रुपये जुर्माना ठोका
इस बारे में जिला शिक्षा अधिकारी तरुणेंद्र प्रताप सिंह ने बताया "सतना जिले के प्राइवेट स्कूलों की लगातार शिकायतें प्राप्त हो रही थीं. पैरेंट्स का कहना था कि निजी स्कूलों में NCERT की किताबों की जगह प्राइवेट पब्लिकेशन की किताबें चलाई जा रही हैं. ऐसे स्कूलों को शोकाज नोटिस जारी किए गए. जवाब संतोषजनक नहीं मिलने पर जांच के लिए 30 सदस्यीय टीम बनाई गई. जांच रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपी गई. कलेक्टर ने इन 18 स्कूलों पर कार्रवाई करते हुए 17 स्कूलों पर 2-2 लाख रुपए और एक स्कूल पर 4 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है."