दुर्ग: वेतन नहीं मिलने से नाराज कर्मचारियों ने निगम के मुख्य गेट के सामने धरना प्रदर्शन किया. कर्मचारियों ने नारेबाजी की और शहर सरकार के खिलाफ नाराजगी जताई. इस विरोध प्रदर्शन में सैकड़ों की संख्या में सफाई कर्मचारी शामिल हुए. उन्होंने काम बंद कर निगम परिसर का घेराव किया.
दुर्ग नगर निगम के बाहर प्रदर्शन: दुर्ग निगम के मुख्य गेट पर सफाई कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया. 2 महीने से वेतन नहीं मिलने के कारण गुस्साए कर्मचारी काम बंद कर हड़ताल पर चले गए. कर्मचारियों का कहना है कि जिन कर्मचारियों को वेतन मिला भी है, उनके वेतन में अनुचित कटौती की गई है. घर परिवार की आर्थिक स्थिति पर विपरीत असर पड़ रहा है.
हक और अधिकार की लड़ाई लड़ रहे हैं. समस्या की वजह से हम काम बंद किए हुए हैं. किसी को चार हजार, किसी को 5 हजार, किसी को 6 हजार कटौती कर वेतन दे रहे हैं. इसकी घोर निंदा करते हैं. कर्मचारी परिवार की मांगें पूरी होनी चाहिए. ठेका प्रथा बंद होनी चाहिए- ध्रुव कुमार सोनी, प्रदेश संयोजक
सफाई कर्मियों ने दी चेतावनी:कर्मचारियों ने साफ कहा कि वे तब तक काम पर वापस नहीं लौटेंगे, जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं. उन्होंने यह भी कहा कि मणिकंचन केंद्र में वे काम नहीं करना चाहते और उन्हें पूर्व की तरह सीधे नगर निगम से ही भुगतान किया जाए.
सफाई कर्मियों ने दुर्ग नगर निगम पर लगाए आरोप: कर्मचारियों की ओर से यह भी आरोप लगाया गया कि सरकार और निगम प्रशासन उनकी समस्याओं को नजरअंदाज कर रहा है. वे चाहते हैं कि उन्हें स्थायी समाधान मिले और भविष्य में वेतन में किसी प्रकार की देरी या कटौती न हो. प्रदर्शनकारी कर्मचारियों ने यह ऐलान किया है कि यदि जल्द ही उनकी वेतन संबंधी समस्या का समाधान नहीं किया गया तो वे हर रोज निगम के मुख्य गेट पर इसी तरह प्रदर्शन करते रहेंगे.
9 घंटे काम का शेड्यूल जारी किया है. कोई सेक्यूरिटी नहीं है. आजतक मेडिकल कैंप नहीं लगा है. सभी टेस्ट होना चाहिए. मनमानी चल रही है. इसको लेकर प्रदर्शन किया गया है-वाल्मीकि सिंह,प्रदेश अध्यक्ष, सफाई मजदूर संघ दुर्ग
महापौर ने आरोपों को खारिज किया: दुर्ग की महापौर अलका बाघमार ने कर्मचारियों के आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि कर्मचारियों का कोई वेतन बकाया नहीं है.
5 दिन से ज्यादा छुट्टी करते हैं तो पेमेंट कटेगा. मणिकंचन संस्था केंद्रशासित है. पहली तन्ख्वाह मिली है. आकर बात करें और विषय को समझना चाहिए. समूह का विषय समझ लेना चाहिए-अलका बाघमार,महापौर दुर्ग नगर निगम
महापौर का कहना है कि ''मणिकंचन केंद्र, एक केंद्र सरकार की योजना है, जिसे जल्द ही लागू किया जाएगा. सभी सफाई कर्मचारियों को इसमें शामिल किया गया है. इसी को लेकर कर्मचारी विरोध कर रहे हैं और बातचीत के लिए आगे नहीं आ रहे हैं.''