हल्द्वानी: मिलावटखोर खाद्य पदार्थ में मिलावट कर लोगों के सेहत से किस तरह से खिलवाड़ कर रहे हैं, इसका ताजा उदाहरण नैनीताल जिले में देखने को मिला है. जहां खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से लिए गए खाद्य पदार्थों के सैंपल में 8 नमूने फेल पाए गए. जिसमें मसाले के अलावा देसी घी और पनीर भी शामिल है.
नैनीताल खाद्य सुरक्षा अधिकारी संजय कुमार ने बताया कि खाद्य पदार्थों की लगातार सैंपलिंग की कार्रवाई की जा रही है. शासन के निर्देश पर पिछले दिनों मसाले और घी के सैंपल लिए गए थे. जिसमें तीन कंपनियों के मसालों के नमूने असुरक्षित पाए गए हैं. जबकि, देसी घी और पनीर के भी एक-एक सैंपल फेल हुए हैं. उन्होंने बताया कि पिछले साल 2024-25 में राज्य और सेंट्रल लैब से आई जांच के अनुसार, 8 खाद्य पदार्थ असुरक्षित पाए गए. जबकि, 52 खाद्य पदार्थ घटिया क्वालिटी के मिले.
उन्होंने बताया कि निर्माताओं ने जांच राज्य लैब में फेल होने के बाद सैंपल को सेंट्रल के माध्यम से कराया था, लेकिन सेंट्रल लैब से भी नमूने फेल हुए हैं. उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से वित्तीय वर्ष 2024-25 में खाद्य पदार्थों के 404 लीगल सैंपल लिए गए. जिसमें 39 घटिया क्वालिटी के पाए गए. जबकि, 8 सैंपल असुरक्षित पाए गए हैं. इसके अलावा 535 सर्वे सैंपल लिए गए थे. जिसमें 13 सर्वे सैंपल घटिया क्वालिटी के पाए गए हैं. इस संबंध में वाद दायर कर एडीएम कोर्ट के माध्यम से जुर्माना की कार्रवाई की जानी है.

एडीएम कोर्ट में 370 मामले पेंडिंग: आंकड़े के अनुसार, साल 2024-25 में 78 मामले एडीएम कोर्ट में दायर किए गए. जहां नए और पुराने केस समेत 116 केस पर सुनवाई हुई. जहां निर्माताओं से 9 लाख 78 हजार रुपए का जुर्माना भी वसूला गया. इतना ही नहीं एडीएम कोर्ट में 370 मामले अभी भी सुनवाई के लिए पेंडिंग पड़े हैं.
खाद्य सुरक्षा अधिकारी संजय कुमार ने बताया कि 3 मामलों में सीजेएम कोर्ट में मुकदमा दायर करने की कार्रवाई की गई है. आगे की कार्रवाई न्यायालय के आदेश के अनुसार की जाएगी. उन्होंने बताया कि उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए विभाग की ओर से लगातार खाद्य पदार्थों को लेकर कार्रवाई की जाती है. जिसका नतीजा है कि इस साल बड़े पैमाने पर सैंपलिंग की कार्रवाई की गई है.
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