लखनऊ : 'मैंने पुलिस जांच में पूरा सहयोग किया. एसआईटी ने पूरे 3 घंटे तक पूछताछ की थी. मैंने हर सवाल का जवाब दिया था. अब न्यायिक जांच आयोग के समक्ष पेश होकर सच को सामने लाएंगे. आज आयोग ने मुझे बुलाया है. यह मेरी जिम्मेदारी है. मैं उन्हें पूरा सच बताऊंगा'.
ये कहना है संभल से सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क का. संभल हिंसा में जांच चल रही है. इसमें उनसे भी पूछताछ की जा रही है. बुधवार को मीडिया से बातचीत में सांसद ने बयान दर्ज करने की प्रक्रिया पर भी सवाल उठाया. कहा कि 161 के बयान में सिग्नेचर नहीं होते. पुलिस लिखती है, लेकिन न्यायालय में उसका कोई महत्व नहीं होता. इस प्रकार की कोई बात हुई ही नहीं तो हम गलत बयान क्यों देंगे?. जब न्यायालय के सामने बयान होंगे तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.
'पुलिस के कहने पर हम यकीन नहीं कर सकते' : सपा सांसद ने स्पष्ट किया कि जामा मस्जिद के मुतवल्ली जफर ने भी पुलिस के सामने कोई ऐसा बयान नहीं दिया है. सांसद ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर संदेह जताते हुए कहा कि पुलिस के कहने पर हम यकीन नहीं कर सकते. अगर पुलिस के कहने पर सच्चाई सामने आ जाती तो न्यायालय की जरूरत ही क्यों होती?.
'मेरे खिलाफ गलत लिखा गया, कोर्ट का सहारा लूंगा': बर्क ने जोर देकर कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर भरोसा है. कोर्ट से इंसाफ जरूर मिलेगा, जो भी मेरे खिलाफ गलत लिखा गया है. उसके खिलाफ मैं कोर्ट का सहारा लूंगा. उन्होंने यह भी दोहराया कि वह किसी भी प्रकार की हिंसा में विश्वास नहीं रखते और देश में कानून व्यवस्था का राज होना चाहिए.
सांसद ने कहा कि इस मामले में भी हम सुप्रीम कोर्ट गए हैं. आज सुनवाई है. मैंने भी पिटीशन दायर की है, जिससे मुझे इंसाफ मिल सके. मेरी तरफ से सलमान खुर्शीद केस देखेंगे.
#WATCH | लखनऊ: समाजवादी पार्टी के सांसद जिया उर रहमान बर्क ने न्यायिक जांच आयोग की पूछताछ पर कहा, " मैं जवाब देने के लिए जा रहा हूं। न्यायिक आयोग ने बुलाया है, मैं जवाब देने जा रहा हूं। मैं इसी उम्मीद (इंसाफ की) के साथ जा रहा हूं।” pic.twitter.com/jZM389qlrh
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 16, 2025
पिछले साल 24 नवंबर को भड़की थी हिंसा, 5 की हुई थी मौत : 24 नवंबर 2024 को संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हिंसा हुई थी. इसमें 5 लोगों की मौत हो गई थी. जबकि कई लोग घायल हो गए थे. मामले में गठित 3 सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग के समक्ष सांसद जियाउर्रहमान बर्क और सपा विधायक इकबाल महमूद के बेटे सोहेल इकबाल के बयान दर्ज होने हैं.
इससे पहले संभल के एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई आयोग के सामने पेश होकर विस्तृत रिपोर्ट और साक्ष्य प्रस्तुत कर चुके हैं. सरकार के आदेश पर गठित इस जांच आयोग की अध्यक्षता रिटायर्ड जज देवेंद्र अरोड़ा कर रहे हैं, जबकि इसके सदस्य पूर्व डीजीपी एके जैन और पूर्व आईएएस अधिकारी अमित मोहन प्रसाद हैं.
कई आरोपों से घिरे हैं सांसद : हिंसा मामले में आयोग यह जानने की कोशिश कर रहा है, इसमें सांसद बर्क का हाथ तो नहीं. इसके अलावा सपा सांसद पर बिजली चोरी में भी मुकदमा दर्ज है. उन पर बिना नक्शा पास कराए मकान बनाने का भी मामला दर्ज है.
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