सागर: सोमवार सुबह आर्मी की नियमित पीटी करने के बाद गायब हुए महार रेजिमेंट के लेफ्टिनेंट कर्नल प्रमोद कुमार निगम आखिरकार ललितपुर में एक होटल में मिल गए. कैंट पुलिस को उनके ललितपुर में होने की जानकारी उनके द्वारा किए गए एटीएम ट्रांजेक्शन के जरिए मिली और पुलिस ने तत्काल ललितपुर का रूख किया. जहां वो सिविल लाइन के कैलाश होटल में मिले हैं. शुरूआती पूछताछ में उन्होंने पुलिस को बताया है कि उन्हें नहीं पता वो ललितपुर कैसे पहुंच गए. फिलहाल सेना और लेफ्टिनेंट कर्नल के परिजनों ने राहत की सांस ली है.
कैसे मिले लापता लेफ्टिनेंट
कैंट थाना प्रभारी रोहित डोंगरे ने बताया कि "आर्मी इंटेलिजेंस और मिलेट्री पुलिस के अलावा हमारी टीम दिन रात लेफ्टिनेंट कर्नल को ढूढने में लगी थी. सीसीटीवी फुटेज से हमें कोई सुराग नहीं मिला और दूसरी परेशानी ये थी कि लेफ्टिनेंट कर्नल का मोबाइल घर पर ही था, तो उनकी लोकेशन पता करने में काफी दिक्कत आ रही थी. हमने एएसआई संजय बामनिया, एएसआई कैलाश राज, प्रधान आरक्षक विनोद विश्वकर्मा और आरक्षक आनंद खटीक और अमन स्वामी की एक पांच सदस्यीय टीम गठित की थी. जो लगातार उनकी तलाश में लगी थी.
सीसीटीवी और मोबाइल से मदद ना मिलने के कारण हमें कोई खास सुराग नहीं मिल रहा था, लेकिन इस बीच गुमशुदा लेफ्टिनेंट ने एटीएम ट्रांजेक्शन किया और हमें साइबर सेल की मदद से उनकी लोकेशन मिल गयी. वो ललितपुर के होटल में कैलाश में रूके हुए थे. शुरूआती पूछताछ में उन्होंने बताया है कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है कि वो कैसे ललितपुर पहुंच गए."
सेना और पुलिस ने ली राहत की सांस
लेफ्टिनेंट स्तर के अधिकारी के अचानक गायब होने से सेना काफी परेशान थी. सेना के प्रशासनिक कार्य के साथ-साथ पेंशन प्रकरण देखने वाले प्रमोद कुमार निगम को लेकर आर्मी इंटेलिजेंस से लेकर मिलेट्री पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई थी. सोशल मीडिया के जरिए उनकी तलाश के प्रयास किए गए, लेकिन उनका कोई पता नहीं चल रहा था.
- लापता लेफ्टिनेंट कर्नल का नहीं मिला कोई सुराग, आर्मी, इंटेलिजेंस और पुलिस हलाकान
- महार रेजीमेंट के लेफ्टिनेंट कर्नल लापता, आर्मी, इंटेलिजेंस और मध्य प्रदेश पुलिस एक्टिव
वहीं कैंट थाना पुलिस लगातार सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही थी, लेकिन वहां से भी कोई सुराग नहीं मिल पाया. मोबाइल लेफ्टिनेंट कर्नल के पास ना होने के कारण पुलिस को लोकेशन भी हासिल नहीं हो रही थी. इस बीच एटीएम का ट्रांजेक्शन कैंट पुलिस के लिए उनकी लोकेशन पता लगाने में मददगार हुआ. कैंट पुलिस की टीम ने लापता लेफ्टिनेंट को ढूंढ लिया.