टोंक: कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और टोंक से विधायक सचिन पायलट गुरुवार को दो दिवसीय दौरे पर टोंक पहुंचे. यहां मीडिया से बात करते हुए पायलट ने ऑपरेशन सिंदूर और उसके बाद हुए सीजफायर पर मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि अब तक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प 11 बार कह चुके हैं कि उन्होंने व्यापारिक हितों को ध्यान में रखकर सीजफायर करवाया. इसका भारत सरकार को जवाब देना चाहिए. आखिर कैसे कोई तीसरा देश युद्द विराम का एलान कर सकता है.
पायलट ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था, बिजली-पानी के साथ ही रोजगार के मुद्दे पर बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला. वहीं पायलट ने ट्रम्प के सीजफायर वाले बयान पर मोदी सरकार को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि ट्रम्प अलग-अलग देशों में जाकर दावा कर चुके हैं कि उन्होंने व्यापारिक हितों का हवाला दे भारत-पाक में सीजफायर करवाया. यह दावा सही है या नहीं, क्या व्यापारिक हित थे? सरकार के शीर्ष स्तर के व्यक्ति को इसका जवाब देना चाहिए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में संगठन चुनावों की प्रक्रिया को जल्द ही पूरा किया जाएगा. वहीं पायलट ने कहा कि किरोड़ी लाल मीणा छापेमारी कर रहे हैं, जबकि यह काम उनका नहीं है. ऐसे में समझा जा सकता है कि सरकार की हालात क्या हो गई है.
दूसरी ओर गुर्जरों की महापंचायत के सवाल पर सचिन पायलट ने कहा कि अपना हक मांगना गलत नहीं है. केंद्र और राज्य सरकार को भी चाहिए कि वह अपना वादा निभाए. जिससे लोगों का भला हो. वहीं पायलट ने हाल ही में प्रदेश में राजनेताओं की सियासी बयानबाजी के सवाल पर कहा कि राजनीति में एक-दूसरे पर बयानबाजी होती रहती है. इससे पहले सचिन पायलट ने टोंक में बैरवा धर्मशाला के सभा भवन का उद्दघाटन किया. वहीं बम्बोर और लवादर गांवों में धार्मिक कार्यक्रमों में हिस्सा लिया.