रुद्रप्रयाग: परिजनों को बिना बताए पंजाब के लुधियाना से केदारनाथ यात्रा पर आया एक नाबालिग पैदल मार्ग पर बेहोश हो गया. जब इसकी सूचना पुलिस को मिली तो मौके पर पहुंचे पुलिस जवान बालक को लेकर सोनप्रयाग कोतवाली पहुंचे. जहां परिजनों के पहुंचने तक बालक का पूरा ख्याल रखा गया. इसके साथ ही रुद्रप्रयाग पुलिस लगातार बिछड़े हुओं को परिजनों से मिलाने का काम कर रही है.
बीते दिन चौकी लिनचौली पुलिस को स्थानीय लोगों ने सूचना दी कि केदारनाथ मंदिर से पांच-छः किलोमीटर पहले गदेरे के पास एक बालक बेसुध हालत में पड़ा. सूचना पर पुलिस बल तत्काल मौके के लिए रवाना हुआ. जहां पर एक नाबालिग बालक बेसुधी की हालत में पुलिस को मिला. बालक के संबंध में जानकारी करने पर पता चला कि बालक का नाम आयुष उम्र 18 वर्ष है, जो लुधियाना पंजाब का रहने वाला है. वह घर से बिना बताए केदारनाथ के लिए चला आया है. परिजनों के संबंध में जानकारी कर उनसे संपर्क किया गया तो बालक के परिजनों ने बताया कि उनका बेटा घर से अपने दोस्तों के साथ हरिद्वार जाने को कह कर गया था. लेकिन केदारनाथ तक कैसे गया, इसकी कोई जानकारी नहीं है.
जब पुलिस ने बालक की स्थिति के संबंध में बताया तो उसके घर वाले काफी घबरा गए. पुलिस ने घरवालों को सांत्वना देते हुए बताया कि बालक पुलिस के पास सुरक्षित है. परिजनों ने अवगत कराया कि वह लुधियाना पंजाब से बालक को लेने आ रहे हैं. बालक को अपने पास ही रखे जाने का निवेदन किया. पुलिस ने बालक को गर्म कपड़े तथा दवाई दिलायी. पुलिस भोजनालय में खाना भी खिलाया. इसके बाद चौकी लिनचोली से सकुशल कोतवाली सोनप्रयाग भिजवाया गया. बीच-बीच में लगातार परिजनों से संपर्क करते हुए बालक की बात उनके घर वालों से करायी गयी. बालक के परिजन दीपक कुमार पुत्र सतीश कुमार निवासी ताजपुर रोड बाबा जीवन सिंह नगर निकट सेंट्रल जेल, थाना 7 नंबर, डिवीजन जिला लुधियाना पंजाब के कोतवाली सोनप्रयाग पहुंचने पर बालक को सकुशल उनके सुपुर्द किया गया.
परिजनों से बिछड़ी दृष्टि: केदारनाथ धाम की यात्रा में आ रहे श्रद्धालुओं की हरसंभव को लेकर पुलिस तत्परता से कार्यवाही कर रही है. पैदल मार्ग पर तीर्थयात्रियों को दिक्कतें होने पर पुलिस जवान मदद को लेकर हाथ आगे बढ़ा रहे हैं. केदारनाथ धाम के दर्शन को पहुंची श्रद्धालु दृष्टि चौधरी धाम से लौटते समय यात्रा मार्ग में अपने परिजनों से बिछड़ गयी. परिजनों द्वारा काफी ढूंढ-खोज के प्रयास किए गए, मगर उन्हें बालिका नहीं मिल पाई. गौरीकुंड पहुंचने पर वे बड़ी उम्मीद लेकर खोया-पाया केन्द्र गए. डयूटी पर तैनात मुख्य आरक्षी उपेन्द्र यादव व आरक्षी सूरज पंवार को अपनी समस्या बताई. पुलिस जवानों ने तत्काल खोया-पाया केन्द्र से अनाउंसमेन्ट कराकर तथा व्हट्सअप ग्रुपों के माध्यम से सूचना प्रसारित कर अथक प्रयासों से परिजनों को दृष्टि से मिलवाया.
श्री केदारनाथ धाम के दर्शन हेतु पहुंची श्रद्धालु दृष्टि चौधरी जो कि श्री केदारनाथ धाम से लौटते समय यात्रा मार्ग में अपने परिजनों से बिछड़ गयी थी, पुलिस कार्मिकों के आपसी समन्वय से अपने परिजनों से मिल पाई। #kedarnath #UKPoliceHaiSaath #RudraprayagPolice #UttarakhandPolice pic.twitter.com/7clUCPy5n1
— Rudraprayag Police Uttarakhand (@RudraprayagPol) May 29, 2025
भीमबली में पुलिस ने कराया मां-बेटी का मिलन: केदारनाथ धाम यात्रा के पैदल मार्ग में अक्सर परिजन आपस में बिछड़ जा रहे हैं. इन बिछड़ों को सकुशल ढंग से मिलाये जाने के लिए पुलिस स्तर से निरन्तर आपसी समन्वय के साथ कर्तव्य निर्वहन किया जा रहा है. केदारनाथ धाम के दर्शनों के उपरान्त वापस जाते समय कुमारी निष्ठा निवासी हल्द्वानी, उत्तराखण्ड जो कि अपनी मां से पैदल रास्ते में बिछड़ गयी थी. परिजनों के स्तर से बालिका को ढूंढने का काफी प्रयास किया गया, लेकिन वे अपनी बालिका से नहीं मिल पाये. इस सम्बन्ध में उन्होने स्थानीय पुलिस से मदद ली. चौकी प्रभारी भीमबली यशपाल सिंह रावत के अथक प्रयासों से बालिका को ढूंढकर उनकी मां से मिलवाया गया.
भीमबली में पुलिस ने कराया मां-बेटी का मिलन।
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केदारनाथ धाम की पैदल यात्रा के दौरान अपनी मां से बिछड़ गयी थी बिटिया।#RudraprayagPolice #UttarakhandPolice pic.twitter.com/K9gW6F0iKY
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