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खुद पब्लिक ट्रांसपोर्ट से आए तो आरटीओ का हुआ 'सच से सामना', व्यवस्था सुधारने के लिए 10 दिन का अल्टीमेटम - DEHRADUN PUBLIC TRANSPORT

देहरादून में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को सुधार के लिए आरटीओ ने चालकों को 10 दिन का अल्टीमेटम दिया है.

Dehradun Public Transport
पब्लिक ट्रांसपोर्ट को दुरुस्त करने के लिए 10 दिन का अल्टीमेटम (PHOTO-ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : June 10, 2025 at 5:22 PM IST

3 Min Read

देहरादून: पर्यावरण दिवस 5 जून से शुरू की गई आरटीओ विभाग की पहल के तहत आरटीओ विभाग के सभी कर्मचारी पब्लिक ट्रांसपोर्ट से कार्यालय में आए, लेकिन आरटीओ समेत कर्मचारियों द्वारा पब्लिक ट्रांसपोर्ट से आने के बाद पब्लिक ट्रांसपोर्ट में कई खामियां देखने को मिली. मुख्य पांच खामियों को दूर करने के लिए आरटीओ प्रशासन ने सिटी बस चालक और विक्रम चालकों के साथ बैठक कर साफतौर निर्देश दिए हैं कि 10 दिन के अंदर सभी यात्री वाहन अपनी गाड़ियों की फिटनेस सही करें.

5 जून को आरटीओ समेत सभी कर्मचारी पब्लिक ट्रांसपोर्ट से कार्यालय पहुंचे. लेकिन जब अधिकारियों और कर्मचारियों ने पब्लिक ट्रांसपोर्ट का दर्द झेला तो अब व्यवस्था में सुधार के प्रयास शुरू करने की तैयारी की जा रही है. सिटी बस, विक्रम, टाटा मैजिक में ओवरलोडिंग, महिला यात्रियों से बदसलूकी, सीटें फटी हुई, बेलगाम गति, चालकों का अभद्र व्यवहार, महिलाओं के लिए सीट आरक्षित होने के बावजूद पालन नहीं होना और मनमाना किराया लेकर यात्री को टिकट नहीं देना, इन सभी शिकायतों के बाद आरटीओ ने सुधार के लिए वाहन संचालकों को 10 दिन का अल्टीमेटम दिया गया है.

आरटीओ ने चालकों को दिया 10 दिन का अल्टीमेटम. (ETV Bharat)

सामने आईं ये कमियां:

पर्यावरण दिवस पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट से आने का निर्णय लिया था. आरटीओ का सभी स्टाफ पब्लिक ट्रांसपोर्ट से आया था. पब्लिक ट्रांसपोर्ट से आने का मुख्य उद्देश्य था कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट की रियलिटी चेक की जा सके कि उसमें किस तरह की दिक्कत आ रही है. सबसे पहली दिक्कत थी कि लोगों को जानकारी नहीं है कि कहां से गाड़ी मिलेगी तो इसके लिए भी एक सिस्टम डेवलप करना पड़ेगा. दूसरा, गाड़ियों में ओवर लोडिंग देखने को मिली. विक्रम में तीन की जगह 4 सवारी बिठाई जा रही है. जिससे महिला सुरक्षा का भी सवाल खड़ा होता है. जिसमें कई बार महिलाएं अपने आप को असुरक्षित महसूस करती हैं. तीसरा, यात्री गाड़ियों की साफ सफाई और ड्राइवर का व्यवहार भी देखा गया.
- संदीप सैनी, आरटीओ -

10 दिन का दिया समय: पहले आरटीओ विभाग पांच चीजों पर काम करेगा, जिसमें विक्रम और सिटी बसों के चालकों से बैठक की गई है और सभी को 10 दिन का समय दिया है कि अपनी यात्री गाड़ियां सही करें. उसके बाद एआरटीओ प्रशासन और आरआई रोड पर उतरेंगे. गाड़ियों की फिटनेस चेक किए जाएंगे. अगर गाड़ियों के फिटनेस सही नहीं पाए जाते हैं तो मौके पर ही फिटनेस कैंसिल करेंगे और उनका संचालन बंद किया जाएगा.

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5 जून को आरटीओ समेत सभी कर्मचारी पब्लिक ट्रांसपोर्ट से कार्यालय पहुंचे. लेकिन जब अधिकारियों और कर्मचारियों ने पब्लिक ट्रांसपोर्ट का दर्द झेला तो अब व्यवस्था में सुधार के प्रयास शुरू करने की तैयारी की जा रही है. सिटी बस, विक्रम, टाटा मैजिक में ओवरलोडिंग, महिला यात्रियों से बदसलूकी, सीटें फटी हुई, बेलगाम गति, चालकों का अभद्र व्यवहार, महिलाओं के लिए सीट आरक्षित होने के बावजूद पालन नहीं होना और मनमाना किराया लेकर यात्री को टिकट नहीं देना, इन सभी शिकायतों के बाद आरटीओ ने सुधार के लिए वाहन संचालकों को 10 दिन का अल्टीमेटम दिया गया है.

आरटीओ ने चालकों को दिया 10 दिन का अल्टीमेटम. (ETV Bharat)

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पर्यावरण दिवस पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट से आने का निर्णय लिया था. आरटीओ का सभी स्टाफ पब्लिक ट्रांसपोर्ट से आया था. पब्लिक ट्रांसपोर्ट से आने का मुख्य उद्देश्य था कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट की रियलिटी चेक की जा सके कि उसमें किस तरह की दिक्कत आ रही है. सबसे पहली दिक्कत थी कि लोगों को जानकारी नहीं है कि कहां से गाड़ी मिलेगी तो इसके लिए भी एक सिस्टम डेवलप करना पड़ेगा. दूसरा, गाड़ियों में ओवर लोडिंग देखने को मिली. विक्रम में तीन की जगह 4 सवारी बिठाई जा रही है. जिससे महिला सुरक्षा का भी सवाल खड़ा होता है. जिसमें कई बार महिलाएं अपने आप को असुरक्षित महसूस करती हैं. तीसरा, यात्री गाड़ियों की साफ सफाई और ड्राइवर का व्यवहार भी देखा गया.
- संदीप सैनी, आरटीओ -

10 दिन का दिया समय: पहले आरटीओ विभाग पांच चीजों पर काम करेगा, जिसमें विक्रम और सिटी बसों के चालकों से बैठक की गई है और सभी को 10 दिन का समय दिया है कि अपनी यात्री गाड़ियां सही करें. उसके बाद एआरटीओ प्रशासन और आरआई रोड पर उतरेंगे. गाड़ियों की फिटनेस चेक किए जाएंगे. अगर गाड़ियों के फिटनेस सही नहीं पाए जाते हैं तो मौके पर ही फिटनेस कैंसिल करेंगे और उनका संचालन बंद किया जाएगा.

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