कानपुर: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत के प्रवास का मंगलवार को तीसरा दिन रहा. इस मौके पर भागवत ने स्वयंसेवकों से मुलाकात की और कई विषयों पर चर्चा की. इसके साथ ही माजिक समरसता बैठक में भी भाग लिया. वहीं, भागवत ने शाखा के कार्यक्रम में भी भाग लिया.
शाखा में किया संवादः मंगलवार शाम को आयोजित शाखा कार्यक्रम में भागवत ने लगभग 70 स्वयंसेवकों के साथ सहभागिता की. शाखा निरीक्षण के माध्यम से संघ प्रमुख ने संगठन की जमीनी गतिविधियों की समीक्षा की और अनुशासन, शारीरिक दक्षता तथा वैचारिक संकल्पना पर जोर दिया. इस दौरान उन्होंने स्वयंसेवकों से बातचीत भी की.
मोहन भागवत ने स्वयंसेवकों में भरा जोश. (photo credit: etv bharat) समान अधिकार पर दिया जोरः पूर्वाह्न में आयोजित सामाजिक समरसता बैठक में डॉ. भागवत ने संघ की छह प्रमुख गतिविधियों में से एक सामाजिक समरसताके अंतर्गत कार्य कर रहे स्वयंसेवकों से संवाद किया. प्रांत सामाजिक समरसता प्रमुख रवि शंकर ने सरसंघचालक को विभिन्न जिलों में चल रहे संघ के कार्यक्रमों को लेकर जानकारी दी. इस मौके पर भागवत ने समरसता पर जोर दिया. उन्होंने सामाजिक समानता को लेकर भी जोर दिया. कहा कि हिंदू समाज की सभी जातियों का श्मशान, मंदिर तथा जल स्रोतों पर समान अधिकार है, जिसे व्यवहारिक धरातल पर प्रतिष्ठित करना आवश्यक है.बैठक में उन्होंने यह भी घोषणा की, कि संघ अपने शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में विस्तृत साहित्य के साथ गांव-गांव जाकर समरसता का पवित्र संदेश जन-जन तक पहुंचाएगा. बैठक में क्षेत्र प्रचारक अनिल, प्रांत प्रचारक श्रीराम, प्रांत संघचालक भवानी भीख, प्रांत प्रचार प्रमुख डॉ. अनुपम, क्षेत्र प्रचारक प्रमुख राजेंद्र सिंह, सह प्रांत प्रचारक मुनीश सहित 21 जिलों के जिला समरसता प्रमुख तथा विभाग प्रमुख मौजूद रहे. 16 अप्रैल को संवाद करेंगेः कल यानी 16 अप्रैल को डॉ. भागवत पर्यावरण गतिविधि तथा कुटुंब प्रबोधन से जुड़े कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे. वहीं बुधवार की सुबह 6:15 से 7:15 बजे तक स्वर्ण जयंती विहार में शाखा टोली की बैठक निर्धारित है, जिसमें नगर शारीरिक प्रमुख महेंद्र तथा नगर कार्यवाह अखिलेश सिंह सहित वरिष्ठ कार्यकर्ता सम्मिलित होंगे. संघ कार्यालय के लिए प्रस्थान करेंगे.
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