रोहतक: जिले में पंचकर्म थेरेपिस्ट को जिंदा दफनाने के मामले में पुलिस ने रविवार को मुख्य आरोपी राजकरण को गिरफ्तार कर लिया है. रोहतक पुलिस की अपराध जांच शाखा प्रथम आरोपी से लगातार पूछताछ कर रही है. इससे पहले इस हत्याकांड के 2 आरोपी पकड़े जा चुके हैं. लेकिन राजकरण को पकड़ने के लिए पुलिस की कई टीम पिछले एक सप्ताह से छापेमारी कर रही थी.
ये है पूरा मामला: दरअसल, झज्जर जिला के मांडौठी गांव का जगदीप बाबा मस्तनाथ यूनिवर्सिटी में पंचकर्म थैरेपिस्ट था. 24 दिसंबर 2024 को वह अचानक संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया था. परिजन उसकी तलाश करते रहे, लेकिन कोई सुराग नहीं मिल पाया. 3 फरवरी को जगदीप के ताऊ ईश्वर सिंह की शिकायत पर शिवाजी कॉलोनी पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी का केस दर्ज किया गया.अपनी शिकायत में ईश्वर सिंह ने कहा, "वह अस्थल बोहर कॉलोनी में रहता है. छोटे भाई महेंद्र सिंह और उसकी पत्नी निर्मला का देहांत हो चुका है. मस्तनाथ यूनिवर्सिटी में थैरेपिस्ट महेंद्र का बेटा जगदीप जनता कॉलोनी में कमला नाम की औरत के मकान में किराए पर रह रहा था. वह जनता कॉलोनी से बिना बताए हुए कहीं चला गया."
सीसीटीवी से हुआ खुलासा: मामले में पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 127(6) के तहत केस दर्ज कर लिया. इसके बाद पुलिस टीम ने जांच शुरू की. मस्तनाथ यूनिवर्सिटी से जांच शुरू हुई. वहां शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों से पूछताछ की गई. इसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाली. हालांकि कोई सुराग नहीं मिला.इसके बाद पुलिस टीम ने जनता कॉलोनी और आसपास के क्षेत्रों की सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की. जिसमें सामने आया कि 24 दिसंबर की शाम को 4 युवक जगदीप को जनता कॉलोनी स्थित किराए के मकान से अपहरण कर कार में ले गए थे. इसके बाद वहां मौजूद मोबाइल फोन की जांच की गई तो चरखी दादरी जिला के पैंतावास गांव के युवकों की लोकेशन पाई गई.
मुख्य आरोपी की पत्नी से था मृतक का अवैध संबंध: अपराध जांच शाखा प्रथम प्रभारी कुलदीप सिंह ने बताया कि, लोकेशन मिलने के बाद पैंतावास कलां निवासी धर्मपाल और हरदीप को हिरासत में लेकर पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की. पूछताछ में सामने आया कि जगदीप का अपहरण कर पैंतावास गांव ले जाया गया. इस दौरान उसके हाथ-पैर बांध दिए गए. फिर गांव से दूर सुनसान जगह पर 7 फीट गहरे गड्ढे में जिंदा ही दफन कर दिया गया. 24 मार्च को रोहतक के एएसएपी वाईवीआर शशि शेखर की अगुवाई में पुलिस टीम ने गड्ढा खोदकर जगदीप के शव को बरामद किया. पुलिस टीम ने आरोपी धर्मपाल और हरदीप को गिरफ्तार कर लिया था. इसी दौरान पता चला कि इस हत्याकांड का साजिशकर्ता पैंतावास कलां का राजकरण है. राजकरण की पत्नी दीपा के साथ जगदीप के अवैध संबंध थे. इसी के चलते राजकरण ने साथियों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी थी."
मुख्य आरोपी गिरफ्तार: पुलिस जांच में यह बात स्पष्ट हो चुकी है कि अपहरण के बाद जगदीप को कार में बंधक बनाकर रोहतक से 64 किलोमीटर दूर ले जाया गया. वहां पहले से खुदवाए कुएं में उसे जिंदा गाड़ दिया गया. पुलिस ने रविवार को मुख्य आरोपी राजकरण को गिरफ्तार कर लिया है. आज पुलिस उसे कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेगी.
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