रुद्रप्रयाग: पहाड़ के नौनिहाल निरंतर सफलता के नए मुकाम हासिल कर रहे हैं. ये सफलताएं शिक्षा, खेल और विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं में उम्मीदों की नयी इबारत लिख रही हैं. ऐसी ही एक उत्साहित करने वाली सफलता अगस्त्यमुनि नगर पंचायत स्थित, चिल्ड्रेन एकेडमी इंटरमीडिएट कॉलेज के छात्र ऋषभ भट्ट ने हासिल की है. ऋषभ ने गेट परीक्षा (ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग) में देशभर में 103 वीं रैंक हासिल की है.
अगस्त्यमुनि के ऋषभ ने पास की गेट परीक्षा: ऋषभ भट्ट जनपद रुद्रप्रयाग के ग्राम गंगतल सिल्ली के रहने वाले हैं. उनके पिता वेणी प्रसाद भट्ट पेशे से शिक्षक हैं. ऋषभ ने अपनी विद्यालयी शिक्षा चिल्ड्रन एकेडमी इंटरमीडिएट कॉलेज अगस्त्यमुनि से उत्तीर्ण की. इसके पश्चात उनकी स्नातक की शिक्षा दिल्ली विश्वविद्यालय तथा परास्नातक की शिक्षा राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान जयपुर से हुई. ऋषभ की इस सफलता पर विद्यालय प्रबंधक ऐश्वर्या रावत, प्रधानाचार्य हरिपाल सिंह कण्डारी एवं समस्त स्टाफ ने उन्हें सम्मानित किया. सभी छात्र-छात्राओं को उनसे प्रेरणा लेकर सफलता के पथ पर अग्रसर होने के लिए प्रोत्साहित किया.
ऋषभ को बधाइयों का तांता: ऋषभ की सफलता पर नगर पंचायत अध्यक्ष अगस्त्यमुनि राजेन्द्र गोस्वामी, पूर्व अध्यक्ष अरुणा बेंजवाल, अशोक खत्री, रमेश बेंजवाल, दिनेश भट्ट, उमा प्रसाद भट्ट, सभासद सिल्ली वार्ड हिमांशु भट्ट, भगत सिंह कंडारी, वेणी प्रसाद गोस्वामी ने बधाई दी है.
क्या है गेट? गेट (GATE) का पूरा नाम 'ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग' है. यह एक राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा है, जो इंजीनियरिंग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित होती है. ये स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों M.Tech, ME, PhD आदि हैं. यह परीक्षा भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) और 7 भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (IIT) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित की जाती है.
खेल मंत्री ने खिलाड़ी चयन शिविर का निरीक्षण किया: इधर खेल मंत्री रेखा आर्या ने मंगलवार को देहरादून के पवेलियन ग्राउंड में चल रहे खिलाड़ी चयन शिविर का निरीक्षण किया. इस शिविर के जरिए मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना के लाभार्थियों का चयन किया जा रहा है. खेल मंत्री रेखा आर्या पवेलियन ग्राउंड पहुंची और शिविर में भाग लेने आए बच्चों और उनके अभिभावकों से बातचीत की. खेल मंत्री ने विभाग के अधिकारियों से कहा कि जनपद में इस योजना के तहत जितने अधिकतम बच्चों के चयन का लक्ष्य दिया गया है उससे एक भी कम खिलाड़ी का चयन नहीं होना चाहिए.
30 अप्रैल तक पूरी करनी है चयन प्रक्रिया: खेल मंत्री ने कहा कि अगर हम खिलाड़ियों पर उनके बचपन से ही इन्वेस्ट करेंगे, तभी भविष्य में हमें बड़े स्टार खिलाड़ी मिल सकते हैं. इस अवसर पर खेल मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि चयन प्रक्रिया किसी भी सूरत में 30 अप्रैल तक पूरी कर दी जाए. इसके बाद मई महीने की शुरुआत से ही लाभार्थी खिलाड़ी बच्चों को प्रोत्साहन राशि डीबीटी के माध्यम से भेजी जा सकेगी. इस अवसर पर ऐसे खिलाड़ी भी मौजूद थे जो विगत वर्षों में इस योजना का लाभ लेते रहे हैं. उन्होंने बातचीत के दौरान मंत्री को बताया कि योजना के तहत माहवार पैसा मिलने से उन्हें अपने गेम पर फोकस करने और उसके लिए जरूरी उपकरण खरीदने में काफी मदद मिली है.
उत्तराखंड में खेलों को लेकर उत्साह: आपको बता दें कि उत्तराखंड में हाल ही में हुए 38 वें राष्ट्रीय खेलों के बाद प्रदेश में खेल और खिलाड़ियों के प्रति उत्साहजनक माहौल है. महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में बच्चों के एडमिशन के लिए अभिभावकों में होड़ देखने को मिल रही है. प्रदेश में हर कोई खेल और खिलाड़ियों के प्रति पहले की तुलना में काफी ज्यादा आकर्षित नजर आ रहा है. वहीं उत्तराखंड सरकार द्वारा भी लगातार प्रदेश में खेल और खिलाड़ियों को मजबूत करने के लिए अलग-अलग तरह की योजनाएं चलाई जा रही हैं. इसमें 8 से 14 वर्ष के छात्रों के लिए मुख्यमंत्री उदयमान खिलाड़ी योजना है. 14 से 24 वर्ष के लिए मुख्यमंत्री खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना चलाई जा रही है. इस तरह से एक खिलाड़ियों को बचपन से ही तैयार करने की पहल उत्तराखंड में खेल विभाग द्वारा की जा रही है.
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