रेवाड़ी: रेवाड़ी के रहने वाले जगुआर पायलट सिद्धार्थ यादव गुजरात के जामनगर में शहीद हो गए. रेवाड़ी से चार दिन पहले ही वो अपनी ड्यूटी से लौटे थे. शहीद सिद्धार्थ परिवार के इकलौते बेटा थे. 28 साल के सिद्धार्थ की 23 मार्च को ही सगाई हुई थी. 31 मार्च को वह रेवाड़ी से छुट्टी पूरी कर जामनगर एयर फोर्स स्टेशन पहुंचे थे. आखिरी वक्त में भी सिद्धार्थ ने अपने साथी को बचाया.
साल 2016 में की एनडीए की परीक्षा पास: शहीद सिद्धार्थ ने साल 2016 में एनडीए की परीक्षा पास की. इसके बाद 3 साल का प्रशिक्षण लेकर उन्होंने बतौर फाइटर पायलट वायु सेना ज्वाइन की थी. उन्हें 2 साल बाद प्रमोशन मिला, जिससे वह फ्लाइट लेफ्टिनेंट बन गए थे.
परिवार में मातम का माहौल: शहीद सिद्धार्थ यादव के पिता सुशील यादव मूल रूप से रेवाड़ी के गांव भालकी माजरा के रहने वाले हैं. वह लंबे समय से रेवाड़ी के सेक्टर 18 में मकान बनाकर रह रहे हैं. बेटे की शादी से पहले उन्होंने सेक्टर 18 में अपना मकान भी बनाया है. इसी घर पर बेटे की शादी होनी थी. सिद्धार्थ की एक बहन भी है. सिद्धार्थ की मौत की खबर सुनकर पूरे परिवार में मातम का माहौल है.
कल होगा अंतिम संस्कार: शहीद सिद्धार्थ यादव का पार्थिक शरीर कल रेवाड़ी पहुंचेगा. सबसे पहले शहर के सेक्टर 18 स्थित उनके निवास स्थान पर शहीद के पार्थिव शरीर को लाया जाएगा. इसके बाद उनके पैतृक गांव भालकी माजरा में अंतिम संस्कार किया जाएगा.
पिता भी थे एयरफोर्स में: सिद्धार्थ के मामा के लड़के सचिन यादव ने बताया कि सिद्धार्थ के परदादा बंगाल इंजीनियर में कार्यरत थे. जो ब्रिटिश के अंडर में आता था. सिद्धार्थ के दादा पैरामिलिट्री फोर्स में थे. इसके बाद उनके पिता भी एयरफोर्स में रहे. वर्तमान में वह LIC में कार्यरत हैं. यह चौथी पीढ़ी है, जो सेना में सेवा दे रही थी.
गुजरात में क्रैश हुआ फाइटर जेट जगुआर: दरअसल, बुधवार रात करीब 9:30 बजे एयरफोर्स का जगुआर फाइटर क्रश हो गया. प्लेन ने जामनगर एयरपोर्ट स्टेशन से उड़ान भरी थी. इस हादसे में सिद्धार्थ यादव की मौत हो गई, जबकि उसका साथी मनोज कुमार गंभीर रूप से घायल हो गया.
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