रेवाड़ी: हरियाणा के गांव भालखी माजरा के साहसी सपूत और भारतीय वायुसेना के फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव ने देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए. उनकी शहादत को सम्मान देने के लिए हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने आज रेवाड़ी के सेक्टर 18 स्थित उनके निवास पर पहुंचकर परिवार से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने शहीद के परिजनों को सांत्वना दी और प्रदेश सरकार की ओर से गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं.
'सिद्धार्थ का बलिदान भुलाया नहीं जा सकता': मंत्री ने कहा कि सिद्धार्थ जैसे नौजवान देश की सच्ची ताकत और पहचान हैं, जिनका बलिदान कभी भुलाया नहीं जा सकता. स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि 2 अप्रैल की रात एक नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान सिद्धार्थ यादव का जगुआर विमान तकनीकी खराबी का शिकार हो गया. इस संकट के क्षण में सिद्धार्थ ने अपने को-पायलट की जान बचाने के लिए असाधारण साहस दिखाया.
आज शहीद लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव जी के आवास पर पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की एवं शोक संतृप्त परिवार को ढांढस बधाया l
— Arti Singh Rao (@ArtiSinghRao) April 10, 2025
पूरे देश को आप पर गर्व है l pic.twitter.com/0ReVwlhZTD
मंत्री ने कहा कि उन्होंने को-पायलट को सुरक्षित बाहर निकलने में मदद की और फिर विमान को घनी आबादी वाले क्षेत्र से दूर ले गए. इस प्रयास में उन्होंने सैकड़ों लोगों की जान तो बचा ली, लेकिन खुद अपनी जान गंवा दी. उनका यह बलिदान हरियाणा और पूरे देश के लिए गर्व का विषय है.
रेवाड़ी एम्स के नामकरण की घोषणा: पत्रकारों से बातचीत के दौरान आरती सिंह राव ने ऐलान किया कि रेवाड़ी में निर्माणाधीन अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का नाम शहीद फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव के नाम पर रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि सिद्धार्थ का अपने सहयोगी की जान बचाने और आम लोगों की सुरक्षा के लिए खुद को बलिदान करने का जज्बा अनुकरणीय है. मंत्री ने यह भी आश्वासन दिया कि वह इस प्रस्ताव को पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगी, ताकि आने वाली पीढ़ियां सिद्धार्थ के बलिदान से प्रेरणा ले सकें.