रीवा: सेमरिया थाना क्षेत्र में सोमवार को हुई एक घटना ने पूरे पुलिस महकमे को हिलाकर कर रख दिया. एक ही गांव की 4 लड़कियों के अचानक गायब होने से हड़कंप मच गया. देर रात एक-एक कर चारों लड़कियों के परिजनों ने मरिया थाने पहुंचकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. पुलिस ने चारों लड़कियों को काफी मशक्कत के बाद मुंबई जा रही ट्रेन से बरामद कर लिया है.
2 जून को घर से भागी थी लड़कियां
दरअसल, सेमरिया थाना क्षेत्र के एक गांव से 2 जून की शाम 4 अलग-अलग परिवारों की लड़कियां शादी समारोह में जाने की बात कहकर घर से निकली थीं. इसमें से 2 बालिग और 2 नाबालिग लड़किया शामिल थीं. काफी समय बीत जाने के बाद जब लड़कियां घर नहीं लौटीं तो परिवार वालों ने छानबीन शुरु की. लेकिन कोई सुराग नहीं मिला.
बारी-बारी से थाने पहुंचे परिजन
कई घंटे की तलाश के बाद देर रात सभी लड़कियों के परिजन बारी-बारी से सेमरिया थाने पहुंचे और लापता होने की सूचना दी. पुलिस ने फौरन घटना की सूचना अपने सीनियर अफसरों को दी, जिसके बाद सेमरिया थाना प्रभारी श्रंगेश सिंह राजपूत के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई. गायब लड़कियों के मोबाइल नंबर लेकर जब साइबर पुलिस की टीम ने ट्रैक किया, तो पता चला कि सभी लड़कियां मुंबई जा रही ट्रेन में सवार हैं.
गाडरवारा रेलवे स्टेशन पर रोकी गई मुंबई जाने वाली ट्रेन
ट्रेन का रूट पता करते हुए थाना प्रभारी श्रंगेश सिंह राजपूत अपनी टीम के साथ अगले स्टेशनों के लिए तेजी से रवाना हुए. रास्ते में मोबाइल नंबर को ट्रैक करते हुए वे आगे बढ़े. इस दौरान पुलिस टीम ट्रेन के रूट में पड़ने वाले सभी जिले की पुलिस और रेलवे पुलिस से लगातार संपर्क करती रही. ट्रेन नरसिंहपुर जिले के गाडरवारा रेलवे स्टेशन पर जैसे ही पहुंची. जीआरपी पुलिस ने तत्काल ट्रेन की बोगियों में सर्चिंग कर सभी लड़कियों को बरामद कर लिया.
लड़कियों को परिजनों को सौंपा
सेमरिया पुलिस की टीम भी गाडरवारा रेलवे स्टेशन पहुंच गई. जीआरपी ने लड़कियों को गाडरवारा थाना पुलिस के सुपुर्द कर दिया, जिसके बाद कानूनी प्रक्रिया पूरी कर सेमरिया पुलिस सभी लड़कियों को लेकर 3 जून को सेमरिया पहुंची. जहां कुशलतापूर्वक सभी को परिजन के हवाले कर दिया गया.
एसडीओपी उमेश प्रजापती ने कहा, " 2 जून को सेमरिया थाना क्षेत्र में एक ही गांव से 4 परिवारों की लड़िकियां बगैर गार्जियन को सूचित किए घर से चली गई थीं. देर रात सभी लड़कियों के परिजन थाने पहुंचे और गुमशुदगी की सूचना दी. पुलिस ने साइबर टीम की मदद से लड़कियों के मोबाइल नंबर को ट्रैक किया तो पता चला की लड़कियां मुंबई जाने वाली ट्रेन मे सवार है."
- 25 मई: गुमशुदा बच्चों के प्रति जागरूकता फैलाने का दिन है अंतर्राष्ट्रीय गुमशुदा बच्चों का दिवस
- जबलपुर में घर से भागी किशोरी ने हाई कोर्ट में बयां की पिता की शर्मनाक करतूतें
एसडीओपी उमेश प्रजापति ने आगे कहा, " सेमरिया पुलिस की टीम ट्रेन का पीछा किया और रास्ते मे पड़ने वाले सभी जिलों की रेलवे पुलिस से संपर्क करती रही. इस दौरान टीम ने अंत मे नरसिंहपुर जिले के गाडरवाडा जीआरपी पुलिस से संपर्क किया और लड़कियों को सकुशल बरामद कर लिया. लड़कियां किन कारणों से घर छोड़कर चली गई थी, इसका पता लगाया जा रहा है."