पटना: बिहार में हाल के दिनों में दो प्रमुख आईपीएस अधिकारियों के इस्तीफे चर्चा में रहे हैं. इनमें आईजी शिवदीप लांडे और आईपीएस काम्या मिश्रा शामिल हैं. जहां शिवदीप लांडे का इस्तीफा राष्ट्रपति द्वारा जनवरी 2025 में मंजूर कर लिया गया है, वहीं काम्या मिश्रा के इस्तीफे की स्थिति भी स्पष्ट हो गई है.
पारिवारिक कारणों से काम्या मिश्रा ने दिया था इस्तीफा: प्रदान की गई जानकारी के अनुसार, काम्या मिश्रा ने अगस्त 2024 में पारिवारिक कारणों से इस्तीफा दिया था, लेकिन उस समय तक उनका आवेदन स्वीकार नहीं हुआ था. हालांकि गृह मंत्रालय द्वारा अब उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है.

काम्या मिश्रा के इस्तीफे की स्थिति: 2019 बैच की आईपीएस अधिकारी काम्या मिश्रा ने अगस्त 2024 में दरभंगा ग्रामीण एसपी के पद से इस्तीफा दिया था. उन्होंने पिता के कारोबार को संभालने के लिए यह निर्णय लिया. हालांकि, अगस्त 2024 तक उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ था और वह क्राइम मीटिंग में भी शामिल हुई थीं.
गृह मंत्रालय से मंजूरी: प्रशासनिक प्रक्रिया के अनुसार इस्तीफे को केंद्रीय गृह मंत्रालय की मंजूरी चाहिए होती है. काम्या मिश्रा काफी दिनों तक पटना में भी पदस्थापित रहीं, इसके बाद वह काफी चर्चा में भी रहीं.
शिवदीप लांडे का इस्तीफा और सफर: 2006 बैच के आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे ने सितंबर 2024 में पूर्णिया आईजी के पद से इस्तीफा दिया था. राष्ट्रपति ने 15 जनवरी 2025 को उनका इस्तीफा मंजूर किया. जिसके बाद लांडे ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा कि वह 18 वर्षों की सेवा के बाद बिहार को अपनी कर्मभूमि मानते हुए नौकरी छोड़ रहे हैं, लेकिन राज्य में ही रहेंगे. उनकी पहचान एक सुपरकॉप के रूप में रही है. 2015 में उन्होंने भेष बदलकर एक घूसखोर पुलिसकर्मी को पकड़ा था, जिससे वे चर्चित हुए.

कौन हैं काम्या मिश्रा ? : ओडिशा की रहने वाली काम्या मिश्रा ने दिल्ली के श्रीराम कॉलेज से स्नातक किया है. काम्या मिश्रा का जन्म 1 नवंबर 1996 को हुआ था. 2019 की संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा के परिणाम में 172वां रैंक पाकर काम्या मिश्रा ने आईपीएस ज्वाइन किया. उन्होंने बाद में हिमाचल से अपना कैडर बिहार करा लिया.
काम्या मिश्रा ने आईपीएस के रूप में 26 अगस्त 2019 को ज्वाइनिंग की थी. उनकी रिटायरमेंट तिथि 30 नवंबर 2056 थी. काम्या मिश्रा की नौकरी अभी 31 साल से ज्यादा बची थी.
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