नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में ट्रांसपोर्ट नेटवर्क को आधुनिक बनाने की दिशा में एक अहम प्रगति हुई है. दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने सराय काले खां क्षेत्र में अंतरराज्यीय बस अड्डे (आईएसबीटी) के पुनर्विकास के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्रीय परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) को दिल्ली शहरी सुधार बोर्ड (डीयूएसआईबी) की 2.5 एकड़ भूमि के आवंटन की स्वीकृति दे दी है. उपराज्यपाल द्वारा एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) जारी होने के साथ ही सराय काले खां में आईएसबीटी के पुनर्विकास में आ रही सबसे बड़ी बाधा दूर हो गई है.
ये भूमि आवंटन न केवल एक बुनियादी ढांचे की प्रक्रिया है बल्कि यह एक ऐसे परिवहन केंद्र की नींव है जो आने वाले वर्षों में दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र के लाखों यात्रियों की यात्रा को अधिक तेज और सुविधाजनक बनाएगा. इस जमीन के लिए अनुरोध दिल्ली ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन (डीटीआईडीसी) द्वारा किया गया था. अब इस जमीन के हस्तांतरण से आईएसबीटी व आरआरटीएस स्टेशन के बीच एकीकरण मार्ग हो गया है, जिससे पूरे इलाके में ट्रैफिक प्रबंधन व यात्री आवागमन व्यवस्था में सुधार होगा.

सराय काले खां राजधानी का नया ट्रांसपोर्ट हब: एनसीआरटीसी द्वारा विकसित की जा रही सेमी हाई स्पीड नमो भारत ट्रेन सेवा के ट्रायल रन की शुरुआत के साथ ही सराय काले खां दिल्ली का सबसे बड़ा मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट हब बनने की दिशा में अग्रसर हो रहा है. बीती 12 अप्रैल 2025 की रात न्यू अशोक नगर से सराय काले खां के बीच 4.5 किमी लंबे सेक्शन पर सफल ट्रायल रन किया गया. इस दौरान ट्रेन पहली बार यमुना नदी के ऊपर बने करीब 1.3 किमी लंबे पुल से गुजरी थी. यह पुल बारापुला फ्लाईओवर व रिंग रोड के ऊपर से होकर गुजरता है, जो तकनीकी दृष्टि से एक जटिल व अनूठा निर्माण है.
सराय काले खां स्टेशन दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के सबसे बड़े स्टेशनों में से एक होगा. इसकी लंबाई 215 मीटर, चौड़ाई 50 मीटर व ऊंचाई 15 मीटर रखी गई है. यहां 6 प्लेटफॉर्म व 4 ट्रैक होंगे, जिनके लिए कुल 14 लिफ्ट व 18 एस्केलेटर की व्यवस्था की गई है. यह डिजाइन मल्टी-मॉडल इंटीग्रेशन के सिद्धांतों पर है, जहां से यात्री सीधे मेट्रो, रेलवे व बस सेवाओं तक पहुंच सकेंगे.

पूरे रूट पर चलेगी नमो भारत: सराय काले खां से पहले नमो भारत सेवा न्यू अशोक नगर से मेरठ साउथ तक 55 किमी के खंड पर चल रही है, जिसमें कुल 11 स्टेशन हैं. जैसे ही सराय काले खां स्टेशन से नमो भारत का संचालन शुरू होगा यह नेटवर्क और विस्तृत हो जाएगा. वर्ष 2025 के अंत तक पूरे 82 किमी लंबे दिल्ली-मेरठ कॉरिडोर पर संचालन शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है. इससे दिल्ली से मेरठ की दूरी 50 मिनट में पूरी की जा सकेगी. इतना ही नहीं भविष्य में सराय काले खां से करनाल व अलवर तक नमो भारत ट्रेन चलाने का प्रस्ताव है. इन तीनों दिशाओं में विस्तार के बाद सराय काले खां न सबसे व्यस्त और सुसंगठित ट्रांसपोर्ट हब बन जाएगा.Conclusion:उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना द्वारा एनसीआरटीसी को भूमि आवंटन की मंजूरी देना एक दूरदर्शी कदम है. यह दिल्ली के भविष्य के ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर को नई दिशा देगा. इससे न केवल सराय काले खां का कायाकल्प होगा, बल्कि यात्रियों को सुविधाजनक, समयबद्ध व इंटीग्रेटेड परिवहन समाधान उपलब्ध होगा. ये पहल दिल्ली को एक स्मार्ट व कनेक्टेड सिटी बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकती है.
ये भी पढ़ें: