रतलाम : दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के समीप एमपी के रतलाम में बन रहे प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े निवेश क्षेत्र ने आकर लेना शुरू हो चुका है. रतलाम में बन रहे औद्योगिक निवेश क्षेत्र में 340 करोड़ रुपए के विकास कार्यों के लिए टेंडर प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद फोरलेन सड़क, ब्रिज और पाइपलाइन बिछाने का कार्य शुरू हो चुका है. करीब 1000 करोड़ रुपए से अधिक के निवेश प्रस्ताव भी इस निवेश क्षेत्र के लिए आ चुके हैं. वहीं, दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे से सीधी कनेक्टिविटी होने की वजह से यहां आने वाले समय में 10 हजार करोड़ तक के निवेश प्रस्ताव मिलने की संभावना है.
वरदान साबित होगा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे
गौरतलब है कि इस क्षेत्र में 1466 हेक्टेयर में निवेश क्षेत्र स्वीकृत हुआ है. औद्योगिक विकास निगम टेंडर प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद यहां निर्माण प्रक्रिया शुरू कर चुका है. एमएसएमई मंत्री चेतन्य काश्यप ने ईटीवी भारत से चर्चा में बताया, '' निवेश क्षेत्र बनाने के बाद यह रतलाम और आसपास के जिलों के औद्योगिक विकास को नई रफ्तार देगा. वहीं, स्थानीय लोगों को भी इससे रोजगार मिल सकेगा. दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे से सीधे जुड़े होने की वजह से मुंबई और गुजरात के बंदरगाहों तक भी निवेश क्षेत्र की सीधे कनेक्टिविटी हो सकेगी. निवेश क्षेत्र में पर्याप्त पानी की व्यवस्था के लिए 17 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन के माध्यम से कनेरी डेम का पानी लिया जाएगा. उद्योगों के लिए पर्याप्त पानी की व्यवस्था के लिए नर्मदा का पानी रतलाम ले जाने के प्रोजेक्ट पर भी काम किया जा रहा है.''
दिल्ली और मुंबई के बीच स्थित है यह निवेश क्षेत्र
दरअसल, दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे का सेंटर पॉइंट रतलाम में स्थित है. यहां से 6-6 घंटे की दूरी पर दिल्ली और मुंबई स्थित है. यह निवेश क्षेत्र दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के समीप ही डेवलप किया जा रहा है, जिससे यहां के औद्योगिक उत्पादन को दिल्ली मुंबई तक सड़क मार्ग से आसानी से पहुंचा जा सकेगा. वहीं, देश के प्रमुख बंदरगाहों से भी निवेश क्षेत्र की कनेक्टिविटी सड़क मार्ग से होगी.
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बहरहाल, रतलाम में आकार ले रहे निवेश क्षेत्र का फायदा केवल रतलाम जिले ही नहीं बल्कि पूरे मालवा क्षेत्र को मिल सकेगा. देश के बड़े निवेशक यहां उद्योग लगाते हैं तो क्षेत्र के करीब 35 हजार लोगों को रोजगार मिल सकेगा. वहीं, छोटे निवेश को उद्योग लगाने के लिए अनुकूल स्थिति मिलेगी.