रायपुर: वर्तमान में चल रही युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया का शिक्षकों का एक धड़ा विरोध कर रहा है. दूसरा धड़ा काउंसलिंग में शामिल हो रहा है. किसी भी शिक्षक संगठन द्वारा राज्य के एकल शिक्षकीय और शिक्षक विहीन स्कूलों में शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने वाली कार्रवाई का विरोध नहीं किया जा रहा है. लेकिन शिक्षक संघ विरोध युक्तियुक्तकरण के निर्देशों और प्रक्रिया में व्याप्त विसंगतियों को दूर करने की मांग कर रहे हैं.
युक्तियुक्तकरण का विरोध: शिक्षक संघ का कहना है कि राज्य की शिक्षा व्यवस्था, शिक्षा की गुणवत्ता और शिक्षकों के हितों पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव को रोका जाए. शिक्षक संघ की चिंताएं और समस्याएं सरकार और जनता तक पहुंचाई जा रही हैं, ताकि सरकार जल्द संज्ञान ले और शिक्षा व्यवस्था से जुड़े सभी पक्षों से बातचीत कर समस्या का समाधान निकाले. अगर सरकार ऐसा नहीं करती है तो 10 जून को जिला स्तरीय पोल खोल रैली और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा जायेगा. 13 जून को संभागीय पोल खोल रैली और जेडी को ज्ञापन सौंपेंगे. 16 जून से शाला प्रवेशोत्सव का बहिष्कार किया जाएगा.
क्या है शिक्षक संघ की मांग: छत्तीसगढ़ शालेय शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र दुबे का कहना है कि "युक्तियुक्तकरण करना है तो 2008 के सेटअप के अनुसार युक्तियुक्तकरण किया जाए. प्रदेश के शिक्षक और शिक्षक संगठन अगर 2008 के नियमों के अनुसार युक्तियुक्तकरण का विरोध नहीं कर रहे हैं. शिक्षक विहीन जो स्कूल हैं या फिर जिन स्कूलों में एक शिक्षकों की व्यवस्था है उसका विरोध नहीं कर रहे हैं.
2008 का सेटअप लागू रखने की मांग: शिक्षक संघ और शिक्षक संगठन की सिर्फ एक ही मांग है की 2008 के सेटअप को विद्वानों के द्वारा सोच समझकर छात्र और शिक्षक के अनुपात में बनाया गया था. साल 2008 के सेटअप में छेड़छाड़ बिल्कुल नहीं करना चाहिए. वर्तमान में जिस तरीके से सरकार युक्तियुक्तकरण को लेकर काम कर रही है. उससे शिक्षक संघ और शिक्षक संगठन नाराज हैं. इसका सभी जिले के शिक्षक संघ और शिक्षक संगठन विरोध कर रहे हैं."
संघ का सरकार पर आरोप: शिक्षक संघ का कहना है कि वर्तमान में सरकार के द्वारा सभी जिलों में युक्तियुक्तकरण की जो प्रक्रिया अपनाई जा रही है वो ठीक नहीं है. उसमें काफी कुछ खामियां और बहुत सारी गड़बड़ियां हैं. प्रशासन के लोग जानबूझकर अपने चहेतो को लाभ दे रहे हैं. जिनको न्याय मिलना चाहिए उनके साथ अन्याय हो रहा है.
सीनियर को जूनियर बनाने का आरोप: शिक्षक संघ का कहना है कि सीनियर को जूनियर बना दिया गया है. जूनियर को सीनियर बना दिया गया. यदि सरकार हमारी मांगों को अनदेखी करती है तो 10 जून को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालय में शिक्षक संघ और शिक्षक संगठन रैली निकालने के साथ सभी जिले की कलेक्टर को ज्ञापन सौंपेंगे. 13 जून को शिक्षक संघ और शिक्षक संगठन संभाग स्तरीय रैली निकालकर शिक्षा विभाग के संयुक्त संचालक को ज्ञापन सौंपेंगे. इतना सब कुछ करने के बाद भी सरकार हमारी मांगों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं करती तो 16 जून से शुरू होने वाले शाला प्रवेश उत्सव का शिक्षक संघ और शिक्षक संगठन बहिष्कार करेगा.
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