राजगढ़: जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जो किसी हिंदी सिनेमा की फिल्मी कहानियों से कम नहीं है. यहां 35 साल पहले एक महिला गुम हो गई थी. उसे मृत समझकर परिजनों ने पिंडदान कर दिया था, लेकिन वह 35 साल बाद घर लौट आई है. परिजनों ने महिला का हर्षोउल्लास से स्वागत किया.
नागपुर से जिंदा लौटी
दरअसल, राजगढ़ जिले के ब्यावरा निवासी 75 वर्षीय गीताबाई सेन 35 सालों के बाद घर लौट आई है. वह शाजापुर जिले के खोकरा गांव से लगभग 35 साल पहले लापता हो गई थी. इस दौरान उनका इलाज नागपुर के मेंटल हॉस्पिटल में किया जा रहा था. जब महिला ठीक हुई तो उसने अपने ससुराल राजगढ़ की चर्चा की. डॉक्टर ने 19 महीनों के प्रयास के बाद महिला के परिजन का पता लगाया. परिजन को नागपुर बुलाया और महिला की पहचान कराई. जिसके बाद परिजन उसे ब्यावरा अपने घर लेकर चले आए. परिवार में खुशी का माहौल है, लेकिन अफसोस इस बात का है कि उसके 4 संतानों में से 2 की मृत्यु हो चुकी है.
- 'हमें कॉलेज चाहिए शराब की दुकान नहीं', पन्ना में महिलाओं ने आगे आकर किया विरोध
- बैतूल में उल्टी-दस्त से दादा-पोती की मौत, 2 की हालत गंभीर, गांव में दहशत
महिला के पति गोपाल ने कहा, "गीताबाई सेन की मानसिक स्थिति खराब हो गई थी. जिसके चलते वह इधर-उधर चली जाती थीं. हालांकि 35 साल पहले जो घर के निकली तो दोबारा ढूंढ़ने से नहीं मिलीं. पंडित से पूछने पर बताया कि उसकी मृत्यु पानी में डुबकर हो गई है. परिजन ने आत्मशांति के पूजा-पाठ किया और पिंडदान कर दिया था. अचानक से अब लौट आई है. उनके आगमन पर बैंड बाजा और फूल माला पहनाकर स्वागत किया गया."