उदयपुर : अप्रैल महीने के पहले सप्ताह में ही मरुधरा तपने लगी है. भीषण गर्मी और हीटवेव के कारण राजस्थान के कई जिलों में तापमान 42 डिग्री के पार पहुंच चुका है. झीलों की नगरी उदयपुर में भी ऐसा हाल है कि अब सड़कें वीरान तो पर्यटन स्थल सुनसान नजर आ रहे हैं. लोग लू से बचने के लिए जतन करते भी दिखे. दूसरी ओर गर्मी से पर्यटन क्षेत्र भी प्रभावित हो रहा है. उदयपुर की बात करें तो अन्य जिलों की तुलना में पिछले 10 दिनों में उदयपुर की तापमान में अचानक बढ़ोतरी देखने को मिली है. बढ़ती गर्मी के साथ पर्यटन की तस्वीर भी बदली है.
पिछले 10 दिन में उदयपुर में तापमान में बढ़ोतरी : राजस्थान का सबसे खूबसूरत शहर उदयपुर, जहां की झीलें हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करती हैं, इन दिनों गर्मी से तरबतर हो रहा है. इन दिनों तपती मरुधरा में उदयपुर भी अब रिकॉर्ड तोड़ गर्मी का रिकॉर्ड दर्ज कर रहा है. पिछले 10 दिनों की बात करें तो उदयपुर का तापमान 42 डिग्री के पार पहुंच चुका है. ऐसे में दोपहर 12 बजने के साथ ही उदयपुर की सड़कें वीरान और सुनसान नजर आती हैं. तापमान में बढ़ोतरी का असर दूसरी ओर उदयपुर के पर्यटन पर भी पड़ रहा है. उदयपुर की होटल इंडस्ट्री को भी मौसम परिवर्तन के कारण झटका लगा है. गर्मी के कारण पर्यटकों की बड़ी संख्या में गिरावट हुई है.
पढ़ें. अब राजस्थान में गधों, बैलों व भैसों से दोपहर में नहीं ले सकेंगे काम, सरकार ने जारी किए आदेश
गर्मी से बदली पर्यटन की सूरत : भीषण गर्मी से एक ओर आम जनजीवन प्रभावित है तो वहीं दूसरी ओर पर्यटन पर भी इसका काफी असर हुआ है. होटल एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश अग्रवाल ने बताया कि तापमान में अचानक बढ़ोतरी के कारण पर्यटन पर भी प्रभाव पड़ा है. अब बड़ी संख्या में पर्यटक कम हुए हैं तो दूसरी बार होटल में भी इसका असर देखने को मिल रहा है. पर्यटक अब सुबह और शाम को ही घूमने के लिए निकल रहे हैं. इसके कारण पर्यटक के साथ ही होटल व्यवसाइयों को अपना पैकेज भी कम करना पड़ा है.

पढे़ं. बाड़मेर में डरा रहा चढ़ता पारा: पशुओं को लू का खतरा, ये ध्यान रखें पशुपालक
गर्मी ने बदल दी पर्यटकों की दिनचर्या : उदयपुर के सहेलियों की बाड़ी में गाइड हनुमान सिंह ने बताया कि गर्मी के कारण पर्यटकों की दिनचर्या में भी बदलाव देखने को मिला है. पिछले सप्ताह से बदले मौसम के कारण अब सीमित संख्या में लोग यहां दिखाई देते हैं. पर्यटक ज्यादातर समय ठंडा स्थान पर अपना समय बिता रहे. ऐसा ही नजारा फतेहसागर पर भी देखने को मिला, जहां बहुत कम संख्या में लोग घूमते हुए दिखाई दिए.
पढ़ें. प्रदेश में सूर्य देव का कहर जारी, पश्चिमी विक्षोभ से बरसेगी राजस्थान में 'राहत'!
खानपान में विशेष बदलाव : रेस्टोरेंट व्यवसायी विवान पटेल ने बताया कि अचानक गर्मी और तापमान में बढ़ोतरी के कारण लोगों ने अपने खान-पान में भी बदलाव किया है. अब ज्यादातर लोग शीतल पेय पदार्थ ले रहे हैं. लोग साउथ इंडियन और तीखे व्यंजनों से दूरी बना रहे हैं. फिलहाल पर्यटक यहां मेवाड़ी राब का आनंद ले रहे हैं.

इसके साथ ही नारियल पानी, गन्ने का जूस, जलजीरा, छाछ और लस्सी की डिमांड ज्यादा है. इस मौसम में मसालेदार, तली-भुनी और जंक फूड से परहेज करें. शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए बार-बार पानी पीते रहें. बाहर निकलने से पहले पानी जरूर पिएं और भूखे न रहें. जौ की घाट, सत्तू, शिकंजी, ठंडाई, रसदार फल जैसे तरबूज, खरबूजा, आम और पुदीना, प्याज का सेवन लाभकारी है. कच्चे आम (कैरी) का पानी, नारियल पानी, दही में प्याज, काला नमक, शक्कर, सूखा पुदीना, धनिया पत्ती और खीरा मिलाकर सेवन करें. इसके अलावा छाछ, लस्सी, ठंडा दूध, गुलकंद, आंवले का मुरब्बा, सौंफ का पानी आदि भी शरीर को ठंडक पहुंचाते हैं.

पढे़ं. यहां भालू का रहे हैं फ्रूट आइसक्रीम , हिरण उड़ा रहे हैं तरबूज की दावत
लू चपेट से बचने की यह करें उपाय : डॉ. आशुतोष पारीक ने बताया कि इन दिनों अचानक तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिली है. ऐसे में बड़ी संख्या में लोग लू की चपेट में आ रहे हैं. अत्यधिक गर्मी से लोगों को विभिन्न प्रकार के रोग जैसे उल्टी, दस्त, सिर दर्द, खट्टी डकार, घबराहट, हाई ब्लड प्रेशर, आंखों में लालीपन, त्वचा पर चकते, शरीर का तापमान बढ़ना और अत्यधिक पसीना आना जैसी समस्या आ रही है. यह स्थिति कभी-कभी जानलेवा भी हो सकती है.

डॉ. मिश्रा का कहना है कि गर्मी के मौसम में अनावश्यक रूप से बाहर निकलने से बचें. यदि निकलना आवश्यक हो तो पूरी बांह के हल्के कपड़े पहनें, सिर को टोपी या कपड़े से ढकें और आंखों पर रंगीन चश्मा लगाएं. नाक और कान को भी ढकना जरूरी है ताकि हीटवेव का असर शरीर पर कम हो.