रायसेन: आजकल ग्रामीण विकास व पंचायत मंत्री प्रहलाद पटेल बड़े पते की बातें बोल रहे हैं. रायसेन के सिलपुरी गांव में पंचायत प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए प्रहलाद पटेल ने पढ़े-लिखे और अनपढ़ लोगों के बारे में बात की. प्रहलाद पटेल ने कहा "अगर कोई व्यक्ति विवेक से काम नहीं करता तो उसके पढ़े लिखे होने का कोई मतलब नहीं. अगर इंसान में निर्णय लेने की क्षमता है तो वह पढे़ हुए व्यक्ति से कम नहीं है. अगर राजनीति में सफल होना है तो निर्णय लेने की क्षमता होनी चाहिए."
सभी ग्राम पंचायतों के खुद के भवन होंगे
नंगे पैर मंच से संबोधित करते हुए मंत्री पहलाद पटेल ने आतंकवाद, जल संवर्धन और ग्रामीण खेलों को लेकर कई प्रकार की बातें कहीं. रायसेन जिले के सांची जनपद की ग्राम पंचायत सिलपुरी में आयोजित पंचायत प्रतिनिधियों का प्रशिक्षण जनसंवाद कार्यक्रम में प्रहलाद पटेल ने गिरते जल स्तर पर अपनी चिंता व्यक्त की. जल संवर्धन योजना के स्थानीय स्तर पर हो रहे कामों पर प्रकाश भी डाला. उन्होंने कहा "भवनविहीन पंचायतों के इस वर्ष भवन बनाए जाएंगे. ग्रामीण क्षेत्रों में करोड़ों रुपए का बजट खर्च करके खेल मैदान तैयार किए गए थे, इन खेल मैदानों में खेल विभाग का सामंजस्य होना जरूरी था. लेकिन ये खेल मैदान खाली पड़े हुए हैं."
- मध्य प्रदेश में ढाई सौ की आबादी वाले गांव में भी पहुंचेगी प्रधानमंत्री ग्राम सड़क
- बीच कार्यक्रम में क्यों भड़के मंत्री प्रहलाद पटेल, अफसरों से बोले "तुम सब नौटंकी करते हो"
नदियों का संरक्षण करना समय की मांग
प्रहलाद पटेल ने कहा "पिछले वर्ष हम 32 नदियों तक गए थे. यह अभियान एक माह तक चला था. अब हमारा लक्ष्य 3 माह तक है. अमृत सरोवर और जल स्रोतों का शुद्धिकरण मुस्तैदी से करना होगा. अधिकांश नदियों का उद्गम स्थल घने जंगलों के बीच में होता है. हमें वहां पर पहुंचकर उनके संरक्षण के लिए काम करना चाहिए. इस वर्ष हमने तय किया है कि चाहे गोदावरी बेसिन हो, गंगा बेसिन हो, चाहे नर्मदा बेसिन हो, इस वर्ष हम इन सभी के संगम स्थलों पर पहुंचेंगे."